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रंग लाई आशा की मेहनत, सरकार ने मानी शर्त

बगहा। रामनगर, नगर के ¨सचाई विभाग परिसर में पीएचसी से संबद्ध आशा कर्मियों ने एक बैठक की। जिसमें यह कह

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Jan 2019 10:50 PM (IST)Updated: Sun, 13 Jan 2019 10:50 PM (IST)
रंग लाई आशा की मेहनत, सरकार ने मानी शर्त
रंग लाई आशा की मेहनत, सरकार ने मानी शर्त

बगहा। रामनगर, नगर के ¨सचाई विभाग परिसर में पीएचसी से संबद्ध आशा कर्मियों ने एक बैठक की। जिसमें यह कहा गया कि हड़ताल से सरकार के द्वारा जो लाभ मिले है, उसके अनुरूप आगे का कार्य होगा। इस दिवस को विजय दिवस के रूप में भी आशा ने मनाया। बैठक में आशा संघ के प्रधान संरक्षक ओम प्रकाश क्रांति एवं संरक्षक देवेन्द्र पांडेय ने संयुक्त रूप से बताया कि अब आशा को सेवा पुस्तिका खोलने के साथ साथ 1000 रुपये का मानदेय, रजिस्टर तैयार करने के मद में दो हजार रुपये साथ ही एएनएम की बहाली में 15 फीसदी आरक्षण का लाभ, इसके अलावा मृत आशा को 04 लाख का भुगतान एवं सभी बकाया के भुगतान के लिए संघ के नेताओं से सहमति बनी है। जो मांगों का प्रतिफल है। दोनों नेताओं ने इसे संघ की बड़ी जीत बताई है। साथ ही कहा कि संगठन को इसी तरह से मजबूत रखने की आवश्यकता है। कहा गया कि जबतक आशा एकजुट है। सरकार को हर हालत में मांगों को मानना पड़ेगा। इसलिए इसे कमजोर नहीं करना है। बैठक में जल्द ही अगले बैठक की रूपरेखा तैयार करने पर भी चर्चा की गई। कहा गया कि आने वाले समय में इन कर्मियों को सरकार के तरफ से सभी लाभ मिले। इसके लिए लागातार प्रयास किया जा रहा है। कहा गया कि स्वास्थ्य महकमा सरकार का महत्वपूर्ण विभाग है। आशा से पल्स पोलियो के साथ ही अन्य कई तरह के कार्य लिए जाते है जो जीवन रक्षक के साथ ही महत्वपूर्ण भी है। इसलिए इस संघ को दरकिनार नहीं किया जा सकता है। बिहार राज्य आशा संघ के स्थानीय ईकाई के तत्वाधान में हुए इस बैठक में अनु देवी, ऐशा खातून, प्रभावती देवी, सरोज देवी, शारदा देवी, फूल सेहरा खातून, पम्मी देवी, संगीता देवी, धानमती देवी, सुनीता देवी, दुर्गावती देवी, रमावती देवी के साथ अन्य सभी कर्मी मौजूद थे।

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