बगहा के डॉ. मुन्ना साह बने प्रोफेसर
बगहा। बगहा के एक युवक ने बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में सफलता अर्जित कर एक बार फिर से साबित कर दिया है कि मेहनत से कोई भी मंजिल पाई जा सकती है।
बगहा। बगहा के एक युवक ने बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में सफलता अर्जित कर एक बार फिर से साबित कर दिया है कि मेहनत से कोई भी मंजिल पाई जा सकती है। नगर के रत्नमाला निवासी ओमप्रकाश साह और कौशल्या देवी के पुत्र डा. मुन्ना साह को यह सफलता मिली है। अब वे सहायक प्रोफेसर के पद पर काम कर युवा पीढ़ी को शिक्षा की राह दिखाएंगे। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के आशीर्वाद और गुरुजनों के कुशल मार्गदर्शन को दिया। उनकी यह सफलता इस मायने में खास है कि उनका परिवार आर्थिक तंगी के बीच गुजर-बसर कर रहा। इसके बावजूद परिवार ने उनका साथ दिया और आज मुन्ना ने सफलता अर्जित कर परिजनों के सपनों को हकीकत में बदल दिया है। मुन्ना की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा बगहा में हुई। इसके बाद उन्होंने उत्तरप्रदेश में रहकर को¨चग किया और तालिम हासिल की। कहा कि असफलता ही सफलता की जननी है। यदि सच्चे लगन से मेहनत की जाए तो कोई भी मंजिल दूर नहीं है। बचपन से ही मेधावी थे मुन्ना :-
मुन्ना के परिजनों ने बताया कि वे शुरू से ही मेधावी थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा घर से सटे मध्य विद्यालय रत्नमाला में हुई। डीएम एकेडमी से उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की। इसके बाद उत्तर प्रदेश चले गये। गोरखपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय विश्व विद्यालय से स्नातक, बीएड. व एम.ए. की डिग्री हासिल की। दिल्ली विश्वविद्यालय से उन्होंने पीएचडी की उपाधि हासिल की। इसके बाद वे मोतीलाल नेहरू महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापक के पद पर काम करने लगे। इसी बीच प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने का मौका मिला, जिसमें उन्हें सफलता मिली है। मुन्ना तीन बहनों के इकलौते भाई हैं। परिजनों सहित पूरे नगर में उनकी सफलता की सूचना पर हर्ष व्याप्त है।