बिना जांच शिशु को न दें एंटीबायोटिक: डॉ. श्रवण
आइएमए की ओर से शिशु देखभाल विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। शहर के एक निजी होटल में रविवार की देर शाम आयोजित सेमिनार के दौरान मुख्य वक्ता सह सूबे के प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रवण कुमार ने कहा कि बिना जांच कराएं नवजात शिशु को एंटीबायोटीक नहीं देनी चाहिए।
बेतिया। आइएमए की ओर से शिशु देखभाल विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। शहर के एक निजी होटल में रविवार की देर शाम आयोजित सेमिनार के दौरान मुख्य वक्ता सह सूबे के प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रवण कुमार ने कहा कि बिना जांच कराएं नवजात शिशु को एंटीबायोटीक नहीं देनी चाहिए। कारण नवजात के शरीर में मौजूद कई लाभकारी बैक्टिरिया नष्ट हो जाती हैं। यदि बीमारी बढ़ाने वाले बैक्टीरिया उस एंटीबायटिक से सेंसीटिव नहीं हो तो बीमारी बढ़ जाएगी। नतीजतन इस स्थिति में शिशु को बचाना मुश्किल हो सकता हैं। डा. श्री कुमार ने कंगाक मदर केयर पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रीमैच्यूयोर शिशु को यदि मां अपने दोनों स्तन के बीच रखे तो वह इंकुवेटर से भी अच्छी सुरक्षा देगा और शिशु इस व्यवस्था से जल्दी स्वस्थ हो सकता हैं। इतना ही नहीं इस दौरान कई ¨बदुओं पर फोकस किया गया। टीकाकरण की जानकारी शेयर की गई। इसके महत्व पर प्रकाश डाला गया। मीडिया प्रभारी सह शहर के हड्डी, नस एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ डा. उमेश कुमार ने कहा कि शिशुओं के जोड़ों में दर्द, सुजन एवं साथ में बुखार हो तो इस स्थिति में अविलंब चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। कार्यक्रम को डा. किरण शंकर झा, अध्यक्ष डा. सुशील प्रसाद चौधरी, डा. प्रमोद तिवारी, सचिव डॉ. अंजनी कुमार, डॉ. अंकुर, डॉ.प्रदीप कुमार, डा. रामेश्वर प्रसाद, डॉ.अमिताभ चौधरी, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. बीरेन्द्र कुमार, डॉ. रंजीत राय, डॉ. इंतसारूल हक, डा. अशोक श्रीवास्तव, डॉ. एसके उपाध्याय, डॉ. गुलजार, डॉ. नासीर अली खान, डॉ. ओसवाल्ड आनंद, डॉ. एनएन. कुलियार आदि उपस्थित रहे। इस दौरान कई गीत व संगीत का भी दौर चला। कई गानों पर चिकित्सकों ने जमकर नृत्य किया।