बगहा रेलवे स्टेशन पर गंदगी का अंबार
बगहा। स्वच्छ भारत अभियान से देश के कोने कोने में भले ही स्वच्छता का सुराज आया हो, लेकिन बगहा रेलवे स्टेशन गंदगी की भरमार देखकर ऐसा नहीं लगता।
बगहा। स्वच्छ भारत अभियान से देश के कोने कोने में भले ही स्वच्छता का सुराज आया हो, लेकिन बगहा रेलवे स्टेशन गंदगी की भरमार देखकर ऐसा नहीं लगता। यह कहा जा सकता है कि सरकार का यह अभियान यहां प्रभावी नहीं है। उदाहरण के तौर पर बगहा रेलवे स्टेशन को लिया जा सकता है। जिस रेलवे स्टेशन से सरकार को प्रति वर्ष करोड़ों रुपए के राजस्व की प्राप्त होती है। जिसे विकसित करने की योजना पर काम चल रहा है, वहां यत्र-तत्र फेंके गए कूड़े और कोने-कोने में व्याप्त गंदगी व्यवस्था का माखौल उड़ा रही है। हालांकि जब भी किसी अधिकारी का दौरा होने की सूचना मिलती है, अचानक से स्टेशन की सूरत ही बदल जाती है। रेल यात्री बताते हैं कि स्टेशन परिसर में शुद्ध पीने के पानी तक की व्यवस्था प्रबंधन नहीं है। महीनों पूर्व लगाया गया फिल्टर खराब पड़ा हुआ है। इसे दुरुस्त कराने की मांग कई बार यात्रियों ने की। परंतु अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं है। उल्लेखनीय है कि बगहा रेलवे स्टेशन को बी-ग्रेड के स्टेशन का दर्जा प्राप्त हुआ। रेलवे स्टेशन के विकास पर करीब एक करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं।
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मुसाफिरखाने तक आती है शौचालय की बदबू
रेलवे स्टेशन पर वर्षो पूर्व बने शौचालय से उठने वाली बदबू मुसाफिरखाने तक आती है। इसके कारण यात्रियों को भारी असुविधा होती है। हद की बात तो यह है कि शौचालय करीब करीब परित्यक्त हो चुका है, लेकिन रेलवे ने यात्रियों के लिए दूसरी व्यवस्था अबतक नहीं की है। रेलवे स्टेशन के कायाकल्प का इंतजार कर रहे यात्री बताते हैं कि अबतक स्टेशन के विकास की सिर्फ घोषणाएं ही हुईं हैं, काम नहीं दिख रहा।
---------------------------- इनसेट बयान :
स्टेशन परिसर में प्रति दिन साफ - सफाई होती है। लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया जाता है। शौचालय के संबंध में संबंधित विभाग को प्रतिवेदन भेजा गया है।
- जय कुमार प्रसाद, स्टेशन अधीक्षक , बगहा