घर बैठ वेतन उठा रहीं पीएचसी हरनाटांड़ की दंत चिकित्सक
बगहा । ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है।
बगहा । ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। इसके लिए सरकार द्वारा जगह-जगह पर नए अस्पताल बनवाए जा रहे हैं, लेकिन जहां पूर्व से ही अस्पताल बने हैं, वहां आए दिन स्वास्थ्यकर्मियों की गैर मौजूदगी से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरनाटांड़ की है। जहां स्वास्थ्यकर्मी से लेकर चिकित्सक तक घर बैठकर ही वेतन उठा रहे हैं। गौरतलब है कि पीएचसी में एक दंत चिकित्सक डॉ. रश्मि कुमारी की पदस्थापना है। जिनकी ड्यूटी प्रत्येक दिन रोस्टर पर लगी है। लेकिन वे लंबे समय से नदारद हैं। जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दंत चिकित्सक के नहीं आने की वजह से अस्पताल में रखे डेंटल चेयर व अन्य सामान खराब हो रहे हैं। हरनाटांड़ सहित थरुहट क्षेत्र के लोगों को दंत चिकित्सा के लिए निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है।
हरनाटांड़ और आसपास के दर्जनों गांव के लोग चिकित्सीय सुविधाओं के लिए हरनाटांड़ ही आते हैं। हरनाटांड़ पीएचसी में स्वास्थ्य विभाग ने काफी समय पहले एक दंत चिकित्सक का पद स्वीकृत कर चिकित्सा के लिए जरूरी सामान मुहैया करवाया था। इस कारण लोगों को पीएचसी में ही विशेषज्ञ चिकित्सकों से सस्ते इलाज की सुविधा मिलने की आशा जगी थी। लेकिन, करीब लंबे समय से जब दंत चिकित्सक नहीं आ रहीं तो लोगों की उम्मीदों पर पानी फिरने लगा है। डेंटल सेवा कब शुरू होगी इसका भगवान ही मालिक है। सरकार की तरफ से हर तरह की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से अभी तक यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। यहां पर डेंटल चिकित्सक डॉ. रश्मि कुमारी बीते फरवरी से ही नदारद हैं। जिसकी वजह से यहां उपलब्ध कराए गए डेंटल चेयर से लेकर अन्य संसाधन आज जंग खा रहे हैं। करीब दस लाख की सामग्री आज स्टोर रूम की शोभा बढ़ा रही है। ऐसे में सरकारी अस्पतालों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की बात छलावा ही साबित हो रही है। दांत के रोगियों को इलाज के लिए निजी अस्पताल में जाना पड़ रहा है। इससे लोगों को परेशानी हो रही है।
बयान : दंत चिकित्सक डॉ. रश्मि काफी लंबे समय से गायब हैं। उनके नहीं आने की वजह से डेंटल चेयर व अन्य सामग्री का उपयोग नहीं हो पा रहा है। फिलहाल वो फरवरी माह से ही बिना किसी सूचना के गायब हैं। इस संबंध में वरीय अधिकारियों को कई बार सूचित किया जा चुका है, लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ रहा। एक बार फिर इस संबंध में लिखित शिकायत की जा रही है।
- डॉ. राजेश सिंह नीरज, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी
पीएचसी हरनाटांड़