कई बांध दरके, मरम्मत में हो रही देरी से बढ़ी धड़कनें
रामनगर के कई नदियों पर बने बांध दरक गए हैं।
बगहा। रामनगर के कई नदियों पर बने बांध दरक गए हैं। 15 जून से मानसून का आगमन होगा। यदि अच्छी वर्षा हुई तो निश्चित रूप से परेशानी बढ़ेगी। कारण यह कि लॉकडाउन के कारण बांधों की मरम्मत का काम पूरा नहीं हो सका। बाढ़ग्रस्त इलाके के लोगों की धड़कनें तेज हो गई हैं। प्रखंड में मसान नदी के भयंकर कटाव से बचने के लिए कुछ बांधों के जीर्णोद्धार का काम चल रहा है। जो क्षेत्र बीते वर्ष बाढ़ से अधिक प्रभावित रहे, वहां कटावरोधी कार्य आरंभ हुआ। गुदगुदी पंचायत के ठोरी कुट्टी मंदिर के समीप अभी भी काम चल रहा है। जल निसरण विभाग के कनीय अभियंता ने कहा कि मई माह के अंत तक काम पूरा हो जाएगा। हालांकि काम की गति देखकर इसकी उम्मीद काफी कम है। अस्थाई बांध के निर्माण को लेकर अबतक जगह चिन्हित नहीं हुआ है। इससे बाढ़ पूर्व सुरक्षा को लेकर प्रश्न चिन्ह लग गया है। गुदगुदी पंचायत के काला कुम्हिया और कुम्हिया खुर्द में तकरीबन ढाई किमी में फैले माíजनल बांध को अस्थाई रूप से दुरुस्त कर दिया गया। काला कुम्हिया और कुम्हिया खुर्द दोनों को मिलाकर करीब साढ़े तीन से चार सौ फीट का हिस्सा दरक गया था। घोडाघाट ,बखरी, बलुआ गांव में तटबंध का कटाव हुआ है। इन जगहों को बैग में बालू भर अस्थाई बांध बनाया गया। फिर से इन तटबंधों को सुरक्षित करना जरूरी है। लेकिन इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। गौरतलब है कि हरिहरपुर गांव के समीप पहले पार्कोंपाइल बांध का निर्माण हुआ। जो बाढ़ के तेज बहाव में कुछ जगहों से दरक गया। जल निसरण अब उन भागों को दुबारा सशक्त बनाने में जुटा हुआ है। यहां एनसी बैग में बालू भरकर बांध को और सुरक्षा प्रदान की जा रही है। बांस पाइलिग के सहारे पार्कोंपाइल बांध को दुबारा मजबूत कर रहे है। इस बाबत कनीय अभियंता रमेश प्रसाद ने बताया कि हरिहरपुर गांव के समीप जो पार्कोपाइल बांध का कुछ भाग दरका है, वहां बांस की पाइलिग कर फिर से उसे मजबूत बनाया जा रहा है। अभी काम चालू है। मई तक या जून के पहले सप्ताह में इसके पूरा कर लेने की उम्मीद है। अभी जहां अस्थाई बांध बनाने हैं, उसको चिन्हित नहीं किया गया है। बाढ़ पूर्व तैयारियों के लिए अंचलाधिकारी विनोद मिश्र ने बताया कि अभी कोरोना को लेकर सबकी परेशानी काफी बढ़ी है। अभी बाढ़ पूर्व तैयारियों के लिए कोई निर्देश नहीं मिला है।