केला और धान की संयुक्त खेती से किसानों की संवर रही किस्मत
बगहा। पिपरासी प्रखंड में दो साल से धान का बीज किसानों को कृषि कार्यालय के द्वारा उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है।
बगहा। पिपरासी प्रखंड में दो साल से धान का बीज किसानों को कृषि कार्यालय के द्वारा उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। लेकिन, प्रखंड में एक ऐसा किसान है जो उत्तर प्रदेश के बाजार से हाइब्रिड धान की बीज खरीद कर 50 दिनों के भीतर धान की फसल लहलहाने का दावा कर रहा है।
सेमरालवेदहा पंचायत स्थित श्रीपत नगर गांव के किसान वीरेंद्र कुमार उत्तर प्रदेश के छितौनी बाजार से हाइब्रिड रफ्तार नामक धान का बीच खरीद कर लाया । उसे 22 जून 2019 को रोपनी कर दिया गया। 50 दिनों में खेतों में धान की फसल लहलहा रही है ।
260 रुपये किलो की दर से हुई खरीदारी
किसान द्वारा 260 रुपये प्रति किलो की दर से बीज की खरीदारी की गई। एक एकड़ में चार किलो बीज का इस्तेमाल किया गया। 895 पौधे धान के फसल के साथ केले के पौधे भी लगाए गए। इस प्रकार दोहरा लाभ एक ही खेती से मिल रहा है। किसान ने बताया कि जैविक खाद का इसमें प्रयोग किया गया है। कीटनाशक का भी प्रयोग कीड़ा मारने के लिए किया गया है। इस विधि से किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो रही है ।
मामले में प्रखंड कृषि पदाधिकारी विद्यानंद सिंह ने बताया कि धान का बीज के लिए जिला मुख्यालय से डिमांड किया गया था। लेकिन, किसी कारण बस धान का बीज साल से उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। फिर भी किसान जागरूक हैं।
बयान
एक एकड़ केले की खेती पर सरकार के द्वारा 50000 रुपये अनुदान किसानों को मुहैया कराया जाता है। एक हेक्टेयर में 1,25,000 रुपये केले की खेती पर अनुदान दिया जा रहा है । बागवानी मिशन के तहत किसानों को निशुल्क केले का पौधे उपलब्ध कराया जा रहा है।
रंजीत राय
उद्यान पदाधिकारी , पिपरासी