ट्रांसजेंडर प्रवासी से सीएम ने पूछा हाल-चाल तो झूम उठा
वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से सीएम ने शुक्रवार को जिले के दो क्वारंटाइन सेंटरों का जायजा लिया।
बेतिया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से सीएम ने शुक्रवार को जिले के दो क्वारंटाइन सेंटरों का जायजा लिया। क्वारंटाइन कैंप में कराये जा रहे स्कील मैपिग और पेवर ब्लॉक उत्पादन की सराहना की। बेतिया के बाल सुधार गृह अवस्थित प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर में मुख्यमंत्री ने प्रवासियों से संवाद किया। यहां पर रह रहे प्रवासियों से बारी-बारी से जानकारी ली। कैम्प में रह रहे ट्रांसजेंडर प्रवासी रतन से जब सीएम ने हाल- चाल पूछा तो वह खुशी से झूम उठा। कहा कि मैं आज धन्य हो गया, समाज में सम्मान के लिए संघर्ष करते हैं। ऐसे में जब सीएम ने हाल- चालू पूछा तो उसका भाव विह्वल होना स्वाभाविक था। उसने बताया ,गाजियाबाद में नृत्य-संगीत का कार्य करते थे। लॉकडाउन के क्रम में वापस आए और यहां क्वारंटीन किया गया। यहां पर उसे सारी सुविधाएं मिल रही है। उसने एक प्रशिक्षण भी ले लिया। सिलाई एवं मास्क बनाने की बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त किया है। मास्क बनाकर प्रतिदिन 250 से 300 रूपये की कमाई कर रहे हैं। इससे पूर्व सीएम ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय, लक्ष्मीपुर रमपुरवा बगहा-02 में रह रहे प्रवासियों से संवाद किया। प्रवासियों ने बताया कि क्वारंटाइन सेंटर में उन्हें किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो रही है। सारी बुनियादी सुविधाएं समय से मिल रही है। वे बाहर के राज्यों में पेंटिग का कार्य करते थे। क्वारंटाइन कैम्प में आने के बाद सभी प्रवासियों ने मिलकर विद्यालय की सूरत ही बदल डाली है। पूरे विद्यालय की सुंदर पेंटिग तथा परिसर में अवस्थित गार्डेंन को सुंदर एवं सुव्यवस्थित तरीके से सुसज्जित कर दिया गया है। सीएम ने इनकी सराहना की। बाल सुधार गृह, आईटीआई के समीप बने क्वारंटाइन सेंटर में डीएम कुंदन कुमार तथा अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी एवं बगहा-02 प्रखंड के लक्ष्मीपुर रमपुरवा क्वारंटाइन सेंटर में उप विकास आयुक्त रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह वीडियो कांफ्रेंसिग में शामिल हुए। मिल जाए काम तो कहीं नहीं जाएंगे
बेतिया के क्वारंटाइन कैंप में रह रहे राजबली ने बताया कि वह बरनाला जिले में पेवर ब्लॉक का निर्माण कर अपना जीविकोपार्जन कर रहे थे। यहां आने के बाद उन्हें क्वारंटीन में रखा गया। कैम्प में रहने के क्रम में डीएम निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने हमलोगों से बात की और हमलोगों ने बताया कि पेवर ब्लॉक का निर्माण करते हैं। इस पर जिला प्रशासन द्वारा पेवर ब्लॉक बनाने का प्रशिक्षण दिया गया तथा पेवर ब्लॉक के निर्माण में आवश्यक मशीने, सामग्री यथा-वाइब्रेटर मशीन, मिक्चर मशीन, बालू, गिट्टी, केमिकल, सांचा, रंग आदि उपलब्ध करायी गयी। सात हजार पेवर ब्लॉक तैयार कर लिया गया है। सीएम ने पूछा अगर उसे पेवर ब्लॉक बनाने का कार्य मिल जाय तो वह बाहर जाकर काम करेगा या यही पर। इस पर राजबली ने कहा कि मुझे अगर यही पर कार्य मिल जाय तो मैं जिन्दगी भर इसी जिले में रहकर कार्य करूंगा।