छठ को लेकर ट्रेनों में भीड़, परिवार वालों को परेशानी
बगहा। छठ पर्व को मनाने परदेसी अपने घरों को लौट रहे हैं। दिल्ली - पटना आदि में रह कर पढ़ाई कर रहे बच्चे भी छठ पर्व को लेकर घर आ रहे हैं।
बगहा। छठ पर्व को मनाने परदेसी अपने घरों को लौट रहे हैं। दिल्ली - पटना आदि में रह कर पढ़ाई कर रहे बच्चे भी छठ पर्व को लेकर घर आ रहे हैं। ट्रेनों के जेनरल बोगियों में पैर रखने तक की जगह नहीं है । ट्रेनों का बिलंब से चलने का सिलसिला जारी है। लंबी दूरी की ट्रेनों की बात कौन कहे। यहां सवार गाड़ियों भी दस से बारह घंटे लेट से चल रही हैं। नतीजा , ट्रेनों में बेतहाशा भीड़ है। वावजूद इसके देश के विभिन्न प्रदेशों में रहने वाले परदेसी ट्रेन में खड़े होकर भी घरों को लौट रहे हैं। ट्रेन का बाथरूम तक यात्रियों से भरा है। दिल्ली से आने वाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस, सत्याग्रह एक्सप्रेस की एसी बोगी में भी यात्री ठूस कर आ रहे हैं। प्रतिदिन अमृतसर से जयनगर तक जाने वाली जननायक एक्सप्रेस यात्रियों की भीड़ से भरी रहती है। साप्ताहिक ट्रेनों में बांद्रा एक्सप्रेस, पोरबंदर एक्सप्रेस, चंपारण सत्याग्रह,जनसाधारण एक्सप्रेस समेत अन्य गाड़ियों यात्रियों से खचाखच भरी हुई आ रही हैं। लंबी दूरी की ट्रेनों के जेनरल एवं स्लीपर क्लास में कोई फर्क नहीं है। यात्री जिस बोगी में थोड़ी भी गुंजाइश हो रही है, उसी में चढ रहे हैं। 15274 सत्याग्रह एक्सप्रेस में यात्रा करने वाले प्रमोद कुमार, किशोर पांडेय, चंदन राम, अर्जुन राय एवं मनोज ¨सह ने बताया कि छठ पर घर लौटना उनकी मजबूरी थी। ट्रेन में जगह तो नहीं मिली, फिर भी किसी तरह हम लोगों ने अपनी यात्रा पूरी की। सवारी गाड़ियों का भी बुरा हाल
दिल्ली - पंजाब से किसी अन्य ट्रेनों से गोरखपुर आने वाले यात्रियों की परेशानी तब बढ़ जा रही है। जब सवारी गाड़ियों अपने निर्धारित समय से आठ से दस घंटे विलंब से गोरखपुर से खुलती हैं। पंजाब से अपने घर भैरोगंज आ रहे मजदूर संतोष, चंदन, कमलेश ने बताया कि वे लोग यहां तक आने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों में टिकट नहीं मिलने के कारण वे लोग पंजाब से लोकल ट्रेन से चले। गोरखपुर तक ठीक ठाक पहुंच गए। लेकिन गोरखपुर - नरकटियागंज रेल खंड में ट्रेनों के परिचालन का कोई निर्धारित समय नहीं होने के कारण उन्हें आठ घंटे गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर गुजारना पड़ा। सवारी गाड़ियों के परिचालन का कोई समय नहीं है। इस वजह से यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है।