रेलवे बोर्ड पहुंचा सेंट्रल पैनल में गड़बड़ी का मामला, हड़कंप
नरकटियागंज में नवनिर्मित रेलवे सेंट्रल पैनल में सोमवार को आई गड़बड़ी का मामला रेलवे बोर्ड तक पहुंच गया है जिससे अधिकारियों के कान खड़े हो गए।
बेतिया। नरकटियागंज में नवनिर्मित रेलवे सेंट्रल पैनल में सोमवार को आई गड़बड़ी का मामला रेलवे बोर्ड तक पहुंच गया है जिससे अधिकारियों के कान खड़े हो गए। गंभीर स्थिति तब पैदा हो गई जब विभिन्न रेल खंडों यथा नरकटियागंज- मुजफ्फरपुर और गोरखपुर रेलखंड में विभिन्न स्टेशनों पर गाड़ियों को घंटों खड़ी करनी पड़ी। इस सूचना पर तत्क्षण पूर्व मध्य रेल हाजीपुर के मुख्य परिचालन प्रबंधक नरकटियागंज के लिए रवाना हुए और यहां पहुंच कर जांच पड़ताल की। सेंट्रल पैनल में गड़बड़ी के बाद विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेनों को खड़ी रखने के बाद परिचालन व्यवस्था को सु²ढ़ करने के मामले में मुख्य परिचालन प्रबंधक सलील झा ने मंगलवार को जांच की है। यहां पहुंचे सीओएम ने सबसे पहले सेंट्रल पैनल पहुंचकर आवश्यक जांच की। इस दौरान कार्यरत स्टेशन मास्टर से गड़बड़ी विषय पर रिपोर्ट मांगी। उन्होंने उपस्थित कर्मियों को हिदायत दी कि इस तरह की गड़बड़ी को प्रमुखता से लेकर सुधार की दिशा में पहल हो। साथ ही ससमय वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना पहले दें। फिर सीओएम क्रू लाबी पहुंचकर कर्मियों की उपस्थिति पंजी, आदेश पुस्तिका, भीसीडी बुक, ब्रेथ इंकुलाइजर मशीन समेत कई ¨बदुओं पर निरीक्षण किया। इस दौरान ड्यूटी पर तैनात कर्मियों के अलावा वहां अनावश्यक कुर्सी डंटाए बैठै कर्मियों की जमकर खबर ली। उन्होंने स्टेशन पर बने दोनों फुटओवर ब्रिज का मुआयना किया। उन्होंने वहीं से ट्रैकों का जायजा लिया। जांच के बाद रेल अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए कई ¨बदुओं पर जानकारी भी ली। इस दौरान सीओएम के साथ समस्तीपुर वरिष्ठ परिचालन प्रबंधक अमरेश कुमार, डीएन टू आरएन झा, एईएन मंटू कुमार, डीएसटी आरपी ¨सह, डिप्टी एसएस अजय कुमार राम, आरपीएफ प्रभारी बीके तिवारी समेत कई विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
इनसेट
पहली बार प्लेटफार्म 4 से खुली ट्रेन
नरकटियागंज -रक्सौल रेलखंड के आमान परिवर्तन के बाद पहली बार प्लेटफार्म संख्या 4 से सवारी गाड़ी रक्सौल के लिए रवाना हुई। बता दें कि आमान परिवर्तन से पहले छोटी लाइन की प्लेटाफार्म संख्या 4 से अंतिम बार 3 अप्रैल 2015 को ट्रेन रक्सौल रेलखंड में सिकटा तक गई थी। इसके बाद 4 अप्रैल से इस रूट पर परिचालन पुरी तरह बंद कर दिया गया था।