कौन बनेगा मुख्यमंत्री? बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम को लेकर सट्टेबाजी का बाजार गर्म
Bihar vidhan sabha chunav Result: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का दोनों चरण अब संपन्न हो गया है। राजनीतिक के जानकार एक्जिट पोल और अपना-अपना अनुमान बताने में जुटे हैं। इस बीच सट्टा बाजार का ग्राफ भी तेजी से बढ़ और घर रहा है। इस बार कौन मुख्यमंत्री बनेगा? बेतिया सीट पर किसकी जीत होगी? इन चीजों को लेकर सट्टे लगाए जा रहे हैं। हालांकि प्रशासन की भी नजर इस बात पर है।

Bihar vidhan sabha chunav Result: चनुाव संपन्न होने के बाद लोगों को परिणाम का इंतजार है। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, बेतिया (पश्चिम चंपारण)। Bihar vidhan sabha chunav Result:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 संपन्न होने के बाद अब परिणाम का समय आ गया है। हर कोई इसका इंतजार कर रहा है।
इसके साथ ही साथ अपने हिसाब से भी विश्लेषण भी। ऐसे में सटोरिए कहां पीछे रहने वाले हैं। कौन मुख्यमंत्री बनेगा? बेतिया, नरकटियागंज, रामनगर आदि जगहों से किसकी जीत होगी? इस बात पर सट्टे लगाए जा रहे हैं।
शहर के कुछ इलाकों और कस्बों में परिणामों को लेकर दांव लगाने की चर्चाएं तेज हैं। इंटरनेट मीडिया और वाटसएप ग्रुपों में भी संभावित जीत-हार पर चर्चाएं हो रही हैं। कुछ सटोरिए प्रत्याशियों की जीत और हार को लेकर राशि लगाने के लिए लोगों को उकसा रहे हैं।
पुलिस प्रशासन ऐसे मामलों पर पैनी नजर बनाए हुए है। साइबर सेल की टीम भी ऑनलाइन गतिविधियों की निगरानी कर रही है । ताकि कोई अवैध लेन-देन न हो सके।
अधिकारियों का कहना है कि चुनाव परिणाम पर किसी भी तरह की सट्टेबाजी आचार संहिता और कानून दोनों का उल्लंघन है। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जीत का दावा कर रहे समर्थक
शनिचरी: योगापट्टी प्रखंड क्षेत्र के शनिचरी चौक ,मिश्रौली, मच्छरगांवा बाजार, फतेहपुर चौक सहित विभिन्न चौक चौराहे के चाय दुकान, पान दुकान पर बुधवार के सुबह से ही अपने अपने प्रत्याशियों की जीत का दावा ठोकने में समर्थक जुट गए है।
समर्थक अपने अपने प्रत्याशियों के पक्ष में हुए मतदान का आंकडा लगा रहे है। इतना ही नही कुछ समर्थक तो अपने अपने प्रत्याशियों के जीत दर्ज कराने के लिए शर्त भी लगा रहे है। इधर प्रखंड क्षेत्र के चौक चौराहे सहित विभिन्न गांव-देहातों में भी लोग आंकडा लगाने में जुटे हुए है।
माहौल बिगाड़ने वालों पर प्राथमिकी
नवलपुर: 11 नवंबर विधान सभा चुनाव के बाद अब चौक चौराहों व चाय नाश्ता के दुकान से लेकर खेतों में काम करते लोग अब जातीय समीकरण के अनुसार हार जीत का समीकरण बैठाने में लगे है। कही पार्टी करने की तैयारी तो कही पटाखे फेड़ने और फूल मालाओं आर्डर दिया जा रहा है।
जीत - हार को लेकर चर्च के दौरान बहस भी हो हरी है। इस तरह की चर्चा से शांति भंग होने की संभावना को लेकर पुलिस अलर्ट है। थानाध्यक्ष देवेंद्र कुमार ने बताया कि चुनाव बीत गया। अब किसी भी तरह का कोई माहौल बिगाड़ने का प्रयास करेगा तो प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई किया जाएगा
क अनुमान का बाजार भले ही गर्म हो गया हो, लेकिन प्रशासन की सख्ती और इसके कई बार फेल होने की वजह से इससे दूर रहना ही उचित है। 14 नवंबर को विधिवत घोषणा को ही सही मानना चाहिए।

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