बीएड अभ्यर्थियों ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला
बीएड प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थियों ने सोमवार को एक बैठक की और विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका।
बेतिया। बीएड प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थियों ने सोमवार को एक बैठक की और विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। अखिलेश कुमार शर्मा की अध्यक्षता में पं. नागेन्द्र तिवारी चौक पर पुतला दहन का कार्यक्रम किया। अभ्यर्थियों ने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री के द्वारा प्लस टू विद्यालयों, माध्यमिक विद्यालयों में अतिथि शिक्षक, रिटायर्ड शिक्षक, मेघा सूची पर बहाली, 2011 मे उर्त्तीण अभ्यर्थियों की बिना बहाली ऊसकी वैधता समाप्त करने आदि निर्णय दिया जाने से शिक्षित युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है। इसके विरुद्ध मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पुतला दहन किया। कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए अतुल कुमार ने बताया कि सरकार एसटीईटी या बीपीएससी के माध्यम से योग्य अभ्यर्थियों की बहाली करे। प्लस टू विद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की बहाली पर रोक लगाए। माध्यमिक विद्यालयों में रिटायर्ड शिक्षकों की पुन: बहाली पर रोक लगे। मेघा सूची पर बहाली करना शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल है और बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। ई. रवि राज, ई. चुन्नू तिवारी ने कहा कि प्लस टू विद्यालयों में पहले नोटिफिकेशन में बीटेक और एमटेक अभ्यर्थियों को चतुर्थ वरीयता मे आवेदन लेने की बात कही गई लेकिन आवेदन करने के बाद अचानक आदेश जारी हुआ कि उनके आवेदन पर विचार नही होगा । फखरुद्दीन आलम ने बताया कि आज तक पुस्तकालय अध्यक्षों की बहाली नही हुई। अनूप तिवारी ने कहा कि 2011 के बाद 6 साल के बाद बी टीईटी की परीक्षा हुई जबकि नियमत: प्रत्येक वर्ष होनी चाहिए । जबकि एसटीईटी की परीक्षा हुए 7 साल हो गए । सरकार बेरोजगार प्रशिक्षित युवकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। अगर इसका समाधान नहीं किया गया तो समय आने पर बेरोजगारों के द्वारा इसका मुहतोड़ जवाब दिया जाएगा। सभी अभ्यर्थियों ने कहा कि उच्च न्यायालय, पटना में इसकी रोक के लिए चीफ जस्टिस के पास आवेदन भेजा जाएगा। संचालन शुभम कुमार ने किया। मौके पर अटल भारती, नीरज कुमार, अनूप तिवारी, प्रवीण मिश्रा, आलोक राय, दीपक पाठक, कुमार, आकाश कुमार, श्याम सुंदर मिश्र आदि काफी संख्या मे अभ्यर्थियों की उपस्थिति रही ।