रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मशरूम का मुकाबला नहीं
कृषि विज्ञान केंद्र के गृह विज्ञान विभाग की वैज्ञानिक डॉ. सुनीता ने कहा है कि अब रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मशरूम काफी सहायक साबित होगा।
बेतिया। कृषि विज्ञान केंद्र के गृह विज्ञान विभाग की वैज्ञानिक डॉ. सुनीता ने कहा है कि अब रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मशरूम काफी सहायक साबित होगा। कोविड 19 के संक्रमण से बचाव को लेकर यह बात सर्वमान्य हो गई है कि जिनके पास रोग प्रतिरोधक क्षमता है, उन्हें इसका असर नहीं पड़ रहा है और वे स्वस्थ्य होकर घर लौट रहे हैं। हम जो भोजन करते हैं, उसमें सात तरह के अलग-अलग अवयवों की आवश्यकता होती है, तभी हमारा आहार संतुलित माना जा सकता है। लेकिन सभी के भोजन में इन अवयवों का पाया जाना संभव नहीं है। लेकिन मशरूम में ये सारे अवयव मौजूद हैं। पोषण वैज्ञानिक डा. सुनीता ने कृषि विज्ञान केंद्र माधोपुर में किसान उद्यमियों के बीच मशरूम के कीट वितरण करने के क्रम में यह बात कहीं। उन्होंने प्रशिक्षित किसानों को मशरूम की खेती करने का आह्वान किया ताकि उन्हें पोषण की आवश्यकता अलग से लेने की जरूरत नहीं पड़े। 38 डिग्री सेल्सियस तक हो सकती है इसकी खेती
डा. सुनीता ने कहा कि केविके की ओर से मशरूम की खेती के लिए उपलब्ध कराया गया स्पॉन 38 डिग्री सेल्सियस तापमान तक हो सकता है। इसके लिए नियंत्रित तापमान की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि कृषि आधारित उद्यमों में मशरूम मशरूम उत्पादन के द्वारा कोई भी किसान अपना जीवन यापन कर सकते हैं। साथ ही पोषण प्राप्त किया जा सकता है। इस उद्यम के माध्यम से एक किशन 12000 रुपये प्रतिमाह की आमदनी कर सकता है। जानिए प्रति 100 ग्राम मशरूम में है कौन-कौन से पोषक तत्व * प्रोटीन 3.1 ग्राम
* वसा 0.8 ग्राम
* खनिज -1. 4 ग्राम
* रेसा -0.4 ग्राम
* कार्बोहाइड्रेट- 4.3 ग्राम
* ऊर्जा-43 कैलोरी
* कैल्सियम -0.6 मिलीग्राम
* फासफोरस -110 मिलीग्राम
* लौह तत्व -1.5 मिलीग्राम
* नमी 88.5 ग्राम