बारिश के बाद तल्ख धूप ने बढ़ाई उमस, स्कूली बच्चों की बढ़ी परेशानी
अप्रैल माह में सूरज आग उगलने लगा है। अभी से ही पारा 41 डिग्री के पार हो चला है।
बगहा । अप्रैल माह में सूरज आग उगलने लगा है। अभी से ही पारा 41 डिग्री के पार हो चला है। कुछ दिन पहले हुई बारिश के कारण गर्मी का असर कम हुआ था। लेकिन, गुरुवार से मौसम में लगातार बदलाव के कारण गर्मी अचानक बढ़ गया है। 48 घंटे में तीन डिग्री तापमान बढ़ने से गुरुवार को थरुहट क्षेत्र के हरनाटांड़ में अधिकतम तापमान 41 डिग्री से अधिक रहा। अगले कुछ दिनों में दिन में अधिकतम तापमान के और बढ़ने के आसार दिख रहे हैं। इस दौरान न्यूनतम तापमान भी बढ़ने के कारण गर्मी से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। मौसम के मिजाज का असर स्वास्थ्य पर पड़ने लगा है। स्थानीय पीएचसी सहित अन्य निजी अस्पतालों में अचानक पेट दर्द, दस्त और उल्टी से परेशान मरीजों की संख्या बढ़ गई है। गर्मी बढ़ने के साथ ही तेज हवा के झोंकों ने भी किसानों की चिता बढ़ा दी है। गर्मी से हर तबके के लोग परेशान हैं। गुरुवार को हरनाटांड़ पीएचसी के ओपीडी में अधिकतर मरीज पेट दर्द व दस्त के पहुंचे। चिकित्सकों द्वारा दवा लिखने के साथ खानपान के बारे में जानकारी दी गई।
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क्या कहते हैं चिकित्सक : डॉक्टरों के अनुसार लू लगने का सबसे ज्यादा खतरा वृद्ध, गर्भवती और नवजात शिशुओं को रहता है। जरा सी असावधानी बरतने पर किसी भी उम्र का व्यक्ति लू की चपेट में आ सकता है। जिससे व्यक्ति बीमार हो जाता है। यदि समय पर उसे इलाज नहीं मिले तो उसकी मौत भी हो सकती है। चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र काजी ने बताया कि गर्मी के मौसम में पेय पदार्थ का सेवन ज्यादा करें। कहा कि गर्मी से डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ जाती है। जिससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। इससे बचने के लिए वसायुक्त भोजन से परहेज करें। पानी का सेवन ज्यादा करें। दोपहर में घर से बाहर निकलते वक्त सिर को तौलिए से ढ़ककर रखें। आवश्यक कार्य होने पर ही घरों से बाहर निकलें। लू की समस्या पर तुरंत चिकित्सक से मिले.. डॉ काजी बताते हैं कि गर्मी के मौसम में अगर अचानक शरीर का तापमान बढ़ जाए या फिर सिर में तेज दर्द अचानक से शुरू हो जाए तो सावधान हो जाना चाहिए। ये दोनों लू लगने के लक्षण हैं। लू लगने के बाद किडनी, दिमाग और दिल पर बुरा प्रभाव पड़ता है। जिससे इन अंगों की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। लू लगने के बाद नाड़ी और सांस की गति तेज हो जाती है। कई बार देखा गया है कि त्वचा पर लाल दाने भी हो जाते हैं। धूप और गर्मी से बचाव... --धूप में निकलते वक्त छाते का इस्तेमाल करें
--धूप और लू से बचने के लिए सिर ढक कर ही निकलें
-- घर से पानी या कोई ठंडा शरबत पीकर बाहर निकलें
-- आम पानी, शिकंजी जैसे शीतल पेय पदार्थ व शर्बत ज्यादा लें
-- तेज धूप से आते ही और ज्यादा पसीना आने पर फौरन ठंडा पानी नहीं लें