नदी - नालों में मछली का शिकार करने वालों पर होगी कार्रवाई
बगहा। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल होकर गुजरी नदी नालों में जहर खुरानी कर मछलियों का शिकार होने से वन जीवों पर खतरा बढ़ गया है।
बगहा। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल होकर गुजरी नदी नालों में जहर खुरानी कर मछलियों का शिकार होने से वन जीवों पर खतरा बढ़ गया है। वीटीआर प्रशासन ने •ाहर खुरानी कर मछलियों के शिकार करने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध सर्च ऑपरेशन चलाने और वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत कार्रवाई करने के लिए सभी वनक्षेत्र अधिकारियों को आदेश दिया है। आदेश में कहा गया है कि वीटीआर के वन प्रमंडल एक और दो के वाल्मीकिनगर, गनौली, मदनपुर, हरनाटाड़,चिउटांहा,गोर्बधना, रघिया,मंगुराहा वनक्षेत्रों के जंगल में नदी नालों में तथाकथित मछली शिकारियों द्वारा जहर खुरानी कर मछलियों का शिकार किया जा रहा है। मछली मारने के लिए इलेक्ट्रिक करंट का भी उपयोग किया जा रहा है। अभी हाल में ही में मछली मारते शिकारी पकड़े गए थे , जिनके पास से बैट्री , इंवर्टर व तार बरामद किया गया था। ये नदी के पानी में करंट फैला कर मछली व अन्य जलीय जीव का शिकार कर रहे थे। इससे नदियों में पानी पीने के लिए आने वाले अन्य जानवरों की सुरक्षा पर भी खतरा है। वीटीआर के जंगल होकर गुजरी गंडक, रोहुआ,मनोर, भपसा, झीकैरी,हरहा,मसान आदि पहाड़ी नदियों की पानी को जहर खुरानी से बचाया जाए । जलीय जीवों की सुरक्षा के लिए वीटीआर प्रशासन काफी गंभीर है। मछली व अन्य जलीय जीवों का शिकार करने वाले शिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया गया है।
-- गौरव ओझा, डीएफओ, वन प्रमंडल - दो