जननायक से पहुंचे 19 पैंट्रीकार वर्कर, हुई जांच
बेतिया। वाशिग के लिए अमृतसर से दरभंगा जा रही जननायक एक्सप्रेस में सवार 19 पैंट्रीकार वर्कर को नरकटियागंज स्टेशन पर उतारा गया वे विभिन्न राज्यों में काम करते हुए गोरखपुर में फंसे हुए थे।
बेतिया। वाशिग के लिए अमृतसर से दरभंगा जा रही जननायक एक्सप्रेस में सवार 19 पैंट्रीकार वर्कर को नरकटियागंज स्टेशन पर उतारा गया वे विभिन्न राज्यों में काम करते हुए गोरखपुर में फंसे हुए थे। जननायक के वहां पहुंचने पर सभी सवार हो गए। इस सूचना पर रेलवे ने उन्हें यहां उतार कर जांच कराया है। हालांकि जांच में सभी स्वस्थ पाए गए हैं। रेल चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विभूति भूषण किशोर ने बताया कि सभी 19 लोगों की जांच की गई है। उन वर्करों में कोरोना वायरस से संक्रमण का कोई लक्षण नहीं मिला है। यह विभिन्न ट्रेनों में कार्य करते हुए अलग-अलग राज्यों में फंसे हुए थे। बीच में गोरखपुर आकर रुके और जननायक से घर जा रहे थे। एहतियात के तौर पर उन्हें रोका गया और जांच की गई। बता दें कि सभी ट्रेनें रद्द है और सीतामढ़ी दरभंगा वैशाली के इन पैंट्रीकार वर्कर्स को घर जाने की बेचैनी रही। सफाई के लिए दरभंगा जा रही जननायक एक्सप्रेस में मौका पाकर सभी सवार हो गए। उधर बाहर से आने वाले या फिर क्षेत्र में फंसे लोगों को राहत देने के लिए प्रशासन ने रेलवे प्रवेशिका प्लस टू विद्यालय और उच्च विद्यालय को आवासन के रूप में बनाया है। वहां वैसे लोगों को रहने और खाने की व्यवस्था की जा रही है। शुक्रवार को एसडीओ चंदन चौहान, एसडीपीओ सूर्यकांत चौबे, बीडीओ राघवेंद्र त्रिपाठी, बीईओ कृष्णा कुमारी और नगर प्रबंधक विनय रंजन पहुंचे। एसडीओ ने बताया कि दोनों जगह कमरों को चिन्हित कर उसकी सफाई कराई जा रही है। कमरों को ऐसे लोगों के लिए सुरक्षित किया गया है। एसडीओ ने बताया कि रेलवे द्वारा जांच के बाद जिन लोगों को रोका गया है उन्हें कोरेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। निर्धारित समय के बाद ही उन्हें मुक्त किया जाएगा। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शिव कुमार ने बताया कि एसडीओ के आदेश पर अनुमंडल अस्पताल परिसर अवस्थित एएनएम ट्रेनिग सेंटर भवन को आइसोलेशन वार्ड के रूप में तब्दील किया जा रहा है।