राघोपुर पीएचसी में बंध्याकरण ऑपरेशन को पहुंची महिलाओं ने किया हंगामा
पीएससी में बंध्याकरण ऑपरेशन नहीं होने से नाराज महिलाओं ने शनिवार को जमकर हंगामा किया। हंगामा कर रही महिलाओं ने डॉक्टरों पर जानबूझ कर ऑपरेशन नहीं करने के आरोप लगा रही थीं। महिलाओं ने कहा कि भीषण ठंड में भी बंध्याकरण ऑपरेशा के लिए पहुंची महिलाओं के प्रति स्वास्थ्यकर्मी लापरवाही बरत रही है।
संवाद सूत्र, राघोपुर : राघोपुर पीएससी में बंध्याकरण ऑपरेशन नहीं होने से नाराज महिलाओं ने शनिवार को जमकर हंगामा किया। हंगामा कर रही महिलाओं ने डॉक्टरों पर जानबूझ कर ऑपरेशन नहीं करने के आरोप लगा रही थीं। महिलाओं ने कहा कि भीषण ठंड में भी बंध्याकरण ऑपरेशा के लिए पहुंची महिलाओं के प्रति स्वास्थ्यकर्मी लापरवाही बरत रही है। हंगामे के दौरान जफराबाद की गुड्डी देवी, राघोपुर की शोभा देवी, मीरमपुर की संगीता देवी आदि ने बताया कि शनिवार को निबंधन काउंटर से पर्ची काटा गया। लेकिन कई घंटे रुकने के बाद बताया गया कि आज ऑपरेशन नहीं होगा। इसके बाद महिलाएं हंगामा करने लगी।
बताते हैं कि अस्पताल प्रशासन लैब टेक्नीशियन की अनुपस्थिति के कारण ऑपरेशन नहीं होने की जानकारी दी है। मिरमपुर निवासी बिरजू कुमार ने आरोप लगाया कि पिछले कई दिनों से जान बूझकर महिलाओं को टरकाया जा रहा है। शनिवार को 18 महिलाओं ने ऑपरेशन के लिए निबंधन कराई थी। कई घंटे इंतजार करने के बाद उन्हें बताया गया कि लैब टेक्नीशियन के नहीं रहने से ऑपरेशन नहीं होगा।
आक्रोशित महिलाओं ने कहा कि दूर दराज वाले इलाकों से भीषण ठंड में कई महिलाएं ऑपरेशन के लिए पहुंची हैं। जिन्हें यहां आने-जाने में काफी परेशानी होती है। लेकिन डॉक्टर जान बूझकर ऑपरेशन नहीं कर रहे हैं। इनके यह भी आरोप था कि अस्पताल में दवा उपलब्ध रहने के बावजूद डॉक्टर ऑपरेशन के मरीजों को मार्केट का दवा मंगवा रहे हैं। जिससे गरीब महिलाओं को महंगी दवाएं भी मार्केट से खरीदना पड़ता है।
इनसेट :
22 दिन पहले बनी मां, लेकिन जांच में बता दिया दो माह की गर्भवती राघोपुर पीएससी में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। फतेहपुर गांव की एक महिला बंध्याकरण ऑपरेशन के लिए पीएचसी में पहुंची थी। निबंधन काउंटर पर पर्ची कटाने के बाद उसकी जांच हुई। जांच के बाद उसे जो रिपोर्ट मिला उससे उसे पता चला कि वह दो महीने की गर्भवती है। जबकि महिला के पति ने बताया कि 22 दिन पूर्व महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच के दौरान हुई गड़बड़ी के कारण स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है।