छिपाना भी नहीं आता जताना भी नहीं आता..
एशिया फेम हरिहर क्षेत्र मेला की रंगीनियों को सुविख्यात पार्श्व गायक विनोद राठौर ने अपने मखमली आवाज से और रंगीन बना दिया।
वैशाली। एशिया फेम हरिहर क्षेत्र मेला की रंगीनियों को सुविख्यात पार्श्व गायक विनोद राठौर ने अपने मखमली आवाज से और रंगीन बना दिया। दर्शकों से खचाखच भरा पर्यटन विभाग का मुख्य पंडाल उनके मंच पर पहुंचते ही तालियों से गूंज उठा। अपने गाने का आगाज उन्होंने नायक नहीं खलनायक हूं मैं..से की। एक बाइक पर सवार फिल्म खलायक के नायक संजय दत्त की वेषभूषा में पंडाल तक पहुंचे विनोद राठौर ने अपने अनोखे अंदाज से पहले दर्शकों को अपने रंग में रंगते हुए कहा कि मेला एक उत्सव है और ऐसी खूबसूरत महफिल उसकी जान एवं शान। हरिहर क्षेत्र मेला की कोई मिसाल नहीं, जवाब नहीं। यहां के लोग भी काफी अच्छे हैं। इसके बाद उन्होंने फिल्म दीवाना, मुन्ना भाई एमबीबीएस, देवदास, बाजीगर तथा खलनायक आदि फिल्मों में स्वयं द्वारा गाए गीतों को गाकर समा बांध दिया।
छिपाना भी नहीं आता जताना भी नहीं आता.., मुन्ना भाई एमबीबीएस बोले तो.., कोई न कोई चाहिए प्यार करने वाला..,धीरे धीरे मेरी ¨जगदी में आना..आदि गानों को अपने मोहक अंदाज में प्रस्तुत कर दर्शकों का मन जीत लिया।
इसी क्रम में सोनपुर रेल मंडल चिकित्सालय में कार्यरत चतुर्थवर्गीय कर्मचारी एवं कलाकार अजय कुमार ने अपने हाथों से बनाई विरोद राठौर का आकर्षक चित्र उन्हें भेंट किया। इस उपहार से अभिभूत पार्श्व गायक ने कलाकार अजय से उसके लिखे गीत मुस्कुरा लिया देख के जरा, गुनगुना लिया सोच के जरा.. भी मंच पर सुना। इस दौरान पंडाल के साथ-साथ सड़क पर भी बड़ी संख्या में लोग उनके गीत सुनने के लिए खड़े थे।