बाइक की ठोकर से दो बच्चे घायल, घटना के विरोध में सड़क जाम
वैशाली। हाजीपुर सदर थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय चंद्रालय के निकट सोमवार को दो स्कूली छात्र बाइक की ठोकर से घायल हो गए। बच्चों के घायल होने की सूचना पर ग्रामीणों ने हाजीपुर-लालगंज मुख्य मार्ग को लगभग दो घंटे तक जाम रखा। उसके बाद विद्यालय के हेड मास्टर सहित आधा दर्जन से अधिक शिक्षकों को लगभग डेढ़ घंटे तक विद्यालय कैंपस में नजरबंद रखा। बाद में सदर थाना की पुलिस पदाधिकारी के पहुंचने के बाद ग्रामीणों को समझा कर आपसी सहमति बनाने के बाद शिक्षकों को मुक्त कराया गया। इस दौरान शिक्षक काफी भयभीत हो गए थे क्योंकि उन्हें ग्रामीणों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा था।
वैशाली। हाजीपुर सदर थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय चंद्रालय के निकट सोमवार को दो स्कूली छात्र बाइक की ठोकर से घायल हो गए। बच्चों के घायल होने की सूचना पर ग्रामीणों ने हाजीपुर-लालगंज मुख्य मार्ग को लगभग दो घंटे तक जाम रखा। उसके बाद विद्यालय के हेड मास्टर सहित आधा दर्जन से अधिक शिक्षकों को लगभग डेढ़ घंटे तक विद्यालय कैंपस में नजरबंद रखा। बाद में सदर थाना की पुलिस पदाधिकारी के पहुंचने के बाद ग्रामीणों को समझा कर आपसी सहमति बनाने के बाद शिक्षकों को मुक्त कराया गया। इस दौरान शिक्षक काफी भयभीत हो गए थे क्योंकि उन्हें ग्रामीणों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य विद्यालय चंद्रालय में पढ़ने वाले स्थानीय वेद प्रकाश तिवारी का पुत्र एवं पुत्री विद्यालय कैंपस से बाहर निकल कर सड़क पार करके पानी पीने जा रहे थे। इसी दौरान लालगंज की ओर से हाजीपुर लौट रही बाइक की चपेट में आकर दोनों मामूली रूप से घायल हो गए। हालांकि, बाइक चालक सड़क पर गिरे हुए दोनों बच्चों को खड़ा करने के बाद हाजीपुर की ओर चला गया। जैसे ही यह सूचना गांव वालों को मिली काफी संख्या में लोग सड़क पर पहुंच गए और यातायात ठप कर दिया।
नाराज लोग विद्यालय के शिक्षकों के खिलाफ नारा लगाने लगे उन्हीं में से किसी ने विद्यालय में प्रवेश कर सभी शिक्षकों को एक जगह एकत्रित कर नजरबंद करते हुए विद्यालय में ताला जड़ दिया। सूचना मिलने के बाद सदर थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर यातायात बहाल कराते हुए बंधक बनाए गए सभी शिक्षकों को छुड़ाया। इस दौरान पुलिस पदाधिकारी को भी ग्रामीणों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा।
ग्रामीण इस बात से अधिक खफा थे की विद्यालय कैंपस में पिछले दो माह से जल जमाव है। अभी तक जल निकासी विद्यालय के हेड मास्टर ने नहीं कराया। घायल दोनों बच्चों का इलाज निजी क्लीनिक में कराने के बाद घर भेज दिया गया है। इस संबंध में पूछे जाने पर विद्यालय के हेड मास्टर सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि पिछले दो वर्ष से कोरोना काल को लेकर विद्यालय में बुनियादी सुविधा की राशि जिला मुख्यालय से नहीं भेजी गई है। जल जमाव की सूचना बीईओ को दी गई है। विद्यालय के सचिव के माध्यम से ग्रामीणों से हस्ताक्षर करा कर लिखित सूचना जिला प्रशासन को दी जा चुकी है। विद्यालय कैंपस में चापाकल तो है लेकिन पानी जमा होने के कारण पीने योग्य पानी नहीं है।