Sonpur Mela 2025: इस दिन से शुरू होगा सोनपुर मेला, अयोध्या राम मंदिर मॉडल बनेगा मुख्य आकर्षण
विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला 9 नवंबर से शुरू होने जा रहा है। मेले में अयोध्या के राम मंदिर का मॉडल मुख्य आकर्षण होगा। प्रशासनिक शिविरों और पंडालों का निर्माण तेजी से चल रहा है। हरिहरनाथ द्वार से ड्रोलिया सिंदूर चौक तक दुकानें सज रही हैं और झूले लगाए जा रहे हैं।

सोनपुर मेला कब शुरू होगा
जागरण संवाददाता, हाजीपुर। विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला के उद्घाटन में अब महज एक सप्ताह का समय शेष रह गया है। यदि तिथियों में कोई फेरबदल नहीं हुआ तो आगामी 9 नवंबर (रविवार) को मेला का शुभारंभ होगा। तूफानी चक्रवात के थमने के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों के शिविर और पंडालों के निर्माण कार्य में तेजी आ गई है।
इसी क्रम में मेला परिसर में पर्यटन विभाग के मुख्य पंडाल, आर्ट एंड क्राफ्ट ग्राम और रेल ग्राम सहित अन्य क्षेत्रों में कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। इस बार सोनपुर मेले में अयोध्या स्थित भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का मॉडल तैयार किया जा रहा है, जो मेले का मुख्य आकर्षण होगा।
पदाधिकारियों के शिविर और पंडाल बनाए जा रहे
अंग्रेजी बाजार क्षेत्र में जिला परिषदीय डाकबंगला के निकट से लेकर पर्यटन विभाग के कार्यालय भवन तक फैले विस्तृत भूभाग में कमिश्नर, पुलिस महानिरीक्षक, उप महानिरीक्षक, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित कई प्रशासनिक पदाधिकारियों के शिविर और पंडाल बनाए जा रहे हैं।
इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग, खेल ग्राम, पुलिस लाइन और मेला से जुड़े अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के कैंपों का भी निर्माण कार्य चल रहा है। पंडालों में कहीं ईंट सोलिंग का काम चल रहा है तो कहीं पर्दों से सजावट की जा रही है। सभी शिविरों की सीमाएं तय कर उनकी घेराबंदी कर दी गई है।
मेला नखास प्रांगण में पर्यटन विभाग के मुख्य सांस्कृतिक पंडाल में शिविरों और अतिथि कक्षों का निर्माण जारी है। इस पंडाल की घेराबंदी पूरी हो चुकी है। निकट ही क्राफ्ट ग्राम में दक्षिण दिशा की ओर दुकानों का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। वहीं, थिएटर क्षेत्र में जलजमाव के बावजूद पंडालों को व्यवस्थित करने और बांधने का कार्य तेजी से चल रहा है।
मेला क्षेत्र में सजने लगी दुकानें, लग रहे झूले
हरिहरनाथ द्वार से ड्रोलिया सिंदूर चौक तक सड़क के दोनों किनारों पर देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे कपड़ा व्यवसायियों की दुकानें सजाई जा रही हैं। कई दुकानें पूरी तरह तैयार हैं और सामान बिक्री के लिए रखा गया है।
इसी मार्ग पर कश्मीरी बाजार भी स्थित है, जहां इस बार करीब एक दर्जन दुकानों की संख्या रहेगी। नखास मेला चौक से लकड़ी बाजार रोड तक इस वर्ष भी विविध प्रकार के झूले लगाए जा रहे हैं। एक दर्जन से अधिक लौह सामग्री की दुकानें, आधा दर्जन स्टील वस्तुओं की दुकानें और कई काष्ठ फर्नीचर की दुकानें लग चुकी हैं।
दुकानों को सजाने और संवारने का कार्य जारी है। इसी मार्ग के अंतिम छोर पर चिड़िया बाजार चौक के बीच रंग-बिरंगे झूले लगाए जा रहे हैं, हालांकि इस क्षेत्र में जलजमाव से लोगों को असुविधा हो रही है।
चिड़िया बाजार रोड से पीएनबी-घोड़ा बाजार मुख्य मार्ग के बीच खाली पड़ी जमीनों में दुकानों, चार धाम दर्शन केंद्र आदि का निर्माण कार्य चल रहा है। कुत्ता बाजार क्षेत्र की घेराबंदी कर उसे चुस्त-दुरुस्त किया जा रहा है।
इसी क्षेत्र में, चिड़िया बाजार रोड के पश्चिमी किनारे पर अयोध्या के तर्ज पर भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का मॉडल तैयार किया जा रहा है। इस राम मंदिर का निर्माण कर रहे पटना के कारीगर इमामुद्दीन अंसारी ने बताया कि यह मंदिर अत्यंत भव्य होगा और मेला उद्घाटन से पहले निर्माण पूरा कर सौंप दिया जाएगा।

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