डा. श्यामा की शहादत से कश्मीर में लहरा रहा तिरंगा
हाजीपुर। आज धारा-370 की विशेष सुविधा प्रदत जम्मू-कश्मीर राज्य में भारतीय ध्वज तिरंगे का लह
हाजीपुर। आज धारा-370 की विशेष सुविधा प्रदत जम्मू-कश्मीर राज्य में भारतीय ध्वज तिरंगे का लहराया जाना केवल इसलिए संभव हो रहा है कि इसी तिरंगे की आन-बान व शान और अखंड भारत की पहचान बनाए रखने हेतु डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अंतहीन कष्टों से जूझते हुए जेल में अपनी शहादत दे दी थी। यह डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के ही राष्ट्रवादी संघर्षों की ही देन है कि आज कश्मीर में देश का झंडा लहरा रहा है व बगैर पासपोर्ट व वीजा नियमावली के ही एक आम भारतीय भी जब कभी चाहे कश्मीर का आवागमन कर सकता है। वरना देश की स्वतंत्रता के समय से ही देश वासियों को अपने ही देश के राज्य जम्मू-कश्मीर जाने के लिए पासपोर्ट तथा वीजा की आवश्यकता पड़ती थी। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात देश की पहली सरकार के इसी कुत्सित प्रयासों का विरोध करते हुए डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने केंद्र के तत्कालीन मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर संघर्ष की शुरूआत की। राष्ट्र को अखंड बनाए रखने हेतु किए गए उनके इस संघर्ष को अपार जनसमर्थन मिलता देख तत्कालीन केंद्र सरकार घबरा उठी। जब डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में मार्च निकाला तो उनके आंदोलन से पूर्व से ही घबराई केंद्र की तत्कालीन सरकार ने उनके जैसे प्रखर राष्ट्रवादी को जेल में बंद कर दिया। जहां वह जीवन के अंतिम दिनों तक संघर्ष करते हुए अंतत: वीरगति को प्राप्त हो गए। लेकिन उनकी यह शहादत बेकार नहीं गई। उनकी शहादत की सूचना पर देश भर में केंद्र सरकार के विरोध में फैले आंदोलनों से भयग्रस्त तुष्टीकरण की तत्कालीन सरकार को यह निर्णय वापस लेना पड़ा। जिसके फलस्वरूप ही आज की वर्तमान पीढ़ी बिना पासपोर्ट व वीजा के ही जम्मू-कश्मीर का न सिर्फ भ्रमण कर सकती है बल्कि वहां रोजी-रोजगार भी कर सकती है।
डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के शहादत दिवस के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी उत्तरी मंडल के सौजन्य से शहर के अंदरकिला मोहल्ला स्थित गुरूकुल स्कूल में मनाए जा रहे बलिदान दिवस के अवसर पर उपस्थित लोगों के बीच यह बात वक्ताओं ने कही। सर्वप्रथम कार्यक्रम के आरंभ में पं. दीनदयाल उपाध्याय एवं डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर भाजपा नगर अध्यक्ष गणेश साह ,महामंत्री राकेश कुमार ¨सह,चंद्रभूषण तिवारी, मिथिलेश तिवारी, जयप्रकाश तिवारी, संजय श्रीवास्तव, प्रिय रंजन दास, राजकुमार ¨सह, मुकेश कुमार ¨सह, नीति ¨सह, किरण गुप्ता, पूनम कुमारी, रानी कुमारी, आमोद कुमार ¨सह, अशोक कुमार, प्रमोद कुमार, सुभाष कुमार ¨सह, जगदन पासवान, रामनाथ ¨सह, रमेश चौधरी, नरेश चौधरी, नरेश ¨सह, सुमंत कुमार ¨सह, संजय सहनी, दिनेश ¨सह, सुरेंद्र ठाकुर आदि लोगों ने भाग लिया।