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रामजानकी मठ से राम, लक्ष्मण एवं जानकी की अष्टधातू की मूर्ति चोरी

वैशाली। जंदाहा प्रखंड के तिसीऔता थाना क्षेत्र के नारी खुर्द पंचायत अंतर्गत नारी कला राम जानकी मठ से बुधवार की देर रात अज्ञात चोरों ने अति प्राचीन भगवान राम, लक्ष्मण और जानकी की अष्टधातु निर्मित मूर्ति गायब चोरी कर ली।

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Jan 2019 08:56 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jan 2019 08:56 PM (IST)
रामजानकी मठ से राम, लक्ष्मण एवं जानकी की अष्टधातू की मूर्ति चोरी
रामजानकी मठ से राम, लक्ष्मण एवं जानकी की अष्टधातू की मूर्ति चोरी

वैशाली। जंदाहा प्रखंड के तिसीऔता थाना क्षेत्र के नारी खुर्द पंचायत अंतर्गत नारी कला राम जानकी मठ से बुधवार की देर रात अज्ञात चोरों ने अति प्राचीन भगवान राम, लक्ष्मण और जानकी की अष्टधातु निर्मित मूर्ति गायब चोरी कर ली। बताया जाता है कि मंदिर परिसर में ही मंदिर के पुजारी नरहरि दास एक कमरे में सोए थे तथा बुधवार की देर रात्रि अज्ञात चोरों ने मंदिर के लोहे के दरवाजा में लगे ताला को काटकर मंदिर में स्थापित भगवान राम, लक्ष्मण एवं जानकी की मूर्ति को चोरी कर गायब कर दी। गुरुवार की सुबह पुजारी नरहरि दास ने घटना की सूचना स्थानीय थाना को दी। सूचना पर स्थानीय थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तथा घटना का जायजा लेते ग्रामीणों एवं पुजारी से पूछताछ के पश्चात मंदिर परिसर से ताला काटने वाला एक लोहे का कटर फेंका हुआ बरामद किया। मंदिर के लोहे के दरवाजे में लगे ताला का कोई पता नहीं है। मंदिर से मूर्ति चोरी की घटना से ग्रामीण काफी दुखी है तथा मंदिर के पुजारी नरहरि दास पर लापरवाही का आरोप लगाते इस घटना में पुजारी की भूमिका संदेहास्पद बताते हैं।

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स्थानीय लोगों ने बताया कि मंदिर में स्थापित भगवान राम, लक्ष्मण और जानकी की मूर्ति सैकड़ों वर्ष पुरानी है। इसकी कीमत लाखों में आंकी जाती है। मालूम हो कि वर्ष 2011 में भी इस मंदिर से अज्ञात चोरों द्वारा भगवान राम, लक्ष्मण एवं जानकी जी की अति प्राचीन मूर्ति की चोरी कर ली गई थी। स्थानीय लोग एवं पंचायत के तत्कालीन मुखिया स्वर्गीय छोटे लाल राय के अथक प्रयास से तत्कालीन थानाध्यक्ष के एम ¨सह एवं दरोगा विकास कुमार द्वारा ग्रामीणों के काफी दबाव के कारण लगातार छापेमारी कर घटना के लगभग 2 माह बाद थाना क्षेत्र के एक बगीचा से लावारिस अवस्था में फेंकी हुई चोरी गई सभी मूर्ति बरामद की गई थी।

चोरी की घटना को लेकर ग्रामीणों द्वारा एक संयुक्त हस्ताक्षरित आवेदन स्थानीय थाना को सौंपकर मंदिर के पुजारी की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए पुजारी द्वारा मंदिर में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगाने का आरोप लगाया गया है। मंदिर के पुजारी नरहरि दास ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि ग्रामीणों द्वारा द्वेष की भावना से बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहा है। थानाध्यक्ष डॉ राजीव नयन प्रसाद ने बताया कि पुलिस इस मामले में सभी ¨बदुओं पर बारीकी से जांच कर रही है तथा दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए चोरी गई मूर्ति बरामद किए जाने का प्रयास जारी है।


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