मोस्ट वांटेड 88 पर सीसीए के तहत तड़ीपार का प्रस्ताव, एक दर्जन से अधिक मंजूर
स्वच्छ निष्पक्ष शांतिपूर्ण एवं भयमुक्त चुनाव संपन्न कराने की मुकम्मल तैयारी जिले में की जा रही है ताकि मतदाता भयमुक्त वातावरण में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। चुनाव में बाधा उत्पन्न करने वाले आपराधिक एवं अवांछित तत्वों की पहचान कर उनके विरुद्ध कार्रवाई युद्धस्तर पर की जा रही है। अवांछित तत्वों से सख्ती के साथ निपटने को पुख्ता तैयारी की जा रही है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के आलोक शांतिपूर्ण एवं भयमुक्त मतदान संपन्न कराने को लेकर हर संभव कार्रवाई की जा रही है।
जागरण संवाददाता, हाजीपुर :
स्वच्छ, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं भयमुक्त चुनाव संपन्न कराने की मुकम्मल तैयारी जिले में की जा रही है, ताकि मतदाता भयमुक्त वातावरण में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। चुनाव में बाधा उत्पन्न करने वाले आपराधिक एवं अवांछित तत्वों की पहचान कर उनके विरुद्ध कार्रवाई युद्धस्तर पर की जा रही है। अवांछित तत्वों से सख्ती के साथ निपटने को पुख्ता तैयारी की जा रही है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के आलोक शांतिपूर्ण एवं भयमुक्त मतदान संपन्न कराने को लेकर हर संभव कार्रवाई की जा रही है। वैशाली के एसपी डॉ. मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया है कि 88 मोस्ट वांटेड पर सीसीए की धारा-3 के तहत कार्रवाई करने का प्रस्ताव दिया गया है। ऐसे लोगों को तड़ीपार किया जाएगा। इनमें एक दर्जन से अधिक को तड़ीपार करने का आदेश दिया जा चुका है। ऐसे और लोगों की पहचान की जा रही है। ऐसे मोस्ट वांटेड को दूसरे थानों में उपस्थित होकर हाजिरी लगानी होगी। वहीं सीसीए की घारा-12 के तहत पांच कुख्यात की पहचान की गई है।
एसपी ने बताया कि चुनाव में बाधा उत्पन्न करने वाले लोगों की पहचान कर उनपर निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही है। जिले अब तक ऐसे 16 हजार से अधिक लोगों पर दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-107 के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव दिया गया है। इनमें से 500 से अधिक को अभी तक बांउड डाउन किया गया है। जिले में तीन राउंड लाइसेंसी शस्त्रों का सत्यापन किया जा चुका है। 1874 शस्त्रों का सत्यापन थानों में किया गया है। जिले में 864 शस्त्र जमा कराए गए हैं। आपराधिक रिकॉर्ड वाले 7 लोगों के लाइसेंस रद करने का करने का आदेश दिया गया है। एसपी ने बताया कि जिले में वाहनों की गहन चेकिग को लेकर 39 चेकपोस्ट बनाए गए हैं। चेक पोस्ट पर पुलिस पदाधिकारी एवं बल वाहनों की लगातार गहन चेकिग कर रहे हैं। वहीं प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में तीन सर्विलांस टीम एवं उड़नदस्ता दल पूरी मुस्तैदी के साथ दिन-रात कार्रवाई कर रही है। जांच में अबतक 5 लाख 25 हजार रुपये की बरामदगी की गई है।
एसपी ने बताया कि चुनाव को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत जिले में अबतक करीब 30 हजार लीटर शराब जब्त की गई है। वहीं 100 से अधिक कारोबारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। एसपी ने कहा कि चुनाव में साइबर क्राइम पर खास नजर रखी जा रही है। सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए विशेष एप लांच किया गया है। स्क्रीन शॉट लेकर ऐसे मैसेज देने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। सराय थाना क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक केस दर्ज किए गए हैं। इसके लिए अलग से एक नोडल ऑफिसर की भी तैनाती की गई है। स्पेशल टीम को खास प्रशिक्षण दिया गया है जो इसपर लगातार नजर रख रही है । ------------------- चुनाव को जिले में 13 हजार फोर्स एवं पुलिस पदाधिकारियों की आवश्यकता - नक्सली इलाकों के मतदान केंदों पर पुलिस की खास नजर रहेगी : एसपी
- संवेदनशीलता के आधार पर की जा रही है सभी मतदान केंद्रों की पहचान
- ड्रोन कैमरे के प्रयोग के लिए प्रशासन से अनुमति आवश्यक वरना होगा जब्त फोटो- 29 जागरण संवाददाता, हाजीपुर : स्वच्छ, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने को लेकर फोर्स की आवश्यकता का आंकलन कर मुख्यालय से डिमांड किया गया है। केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों, बीएमपी, अन्य पुलिस बल एवं अफसरों को मिलाकर कुल 13000 बल की मांग की गई है। एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि संवेदनशीलता के आधार पर सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस ऑफिसर मतदान केंद्रों की पहचान कर रहे हैं। इसके आधार पर नक्सल प्रभावित एवं अन्य संवेदनशील मतदान केंद्र तय किए जाएंगे। एसपी ने कहा कि मतदान केंद्रों की संवेदनशीलता के आधार पर फोर्स की तैनाती की जाएगी। एसपी ने बताया कि नक्सली इलाकों के मतदान केंदों पर पुलिस की खास नजर रहेगी। इसके लिए अलग से प्लान तैयार किया जा रहा है। बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध होंगे। वहीं, कमजोर वर्ग के इलाकों पर भी पुलिस की खास नजर होगी। ऐसे इलाकों को भी चिह्नित किया जा रहा है। इन इलाकों में सघन पेट्रोलिग की व्यवस्था की जा रही है। एसपी ने कहा कि मतदान के दौरान सुरक्षा के ऐसे पुख्ता इंतजाम होंगे कि कोई भी अगर शांति भंग करने, मतदान में बाधा डालने और मतदाताओं को डराने-धमकाने की कोशिश करेगा, ऐसे अवांछित तत्वों के साथ जिला प्रशासन सख्ती से निपटेगा। प्रशासन की बगैर अनुमति के चुनाव के दौरान ड्रोन कैमरा चलाने की अनुमति नहीं होगी। बगैर अनुमति के ड्रोन कैमरा चलाने पर उसे जब्त कर लिया जाएगा।