गठबंधन नहीं होने पर सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी राकांपा
राष्ट्रीय कुष्ठ स्पर्श दिवस का आयोजन महुआ गांधी चौक पर किया गया।
वैशाली । महागठबंधन में सीटों के बंटवारे के संबंध में राकांपा को दरकिनार कर यदि गठबंधन के अन्य दल आपस में कोई निर्णय करते हैं तो वैसी स्थिति में राकांपा अपने दम पर प्रदेश की सभी लोकसभा की सीटों पर प्रत्याशी खड़ी करेगी। यह बात राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष नवल किशोर शाही ने कही। उन्होंने महागठबंधन के सहयोगी दलों राजद को घोर जातिवादी एवं रालोसपा को अवसरवादी पार्टी बताते हुए कहा कि पिछले विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव परिणामों से स्पष्ट संदेश है कि प्रदेश की जनता इन दोनों ही दलों को नकार चुकी है। बावजूद ये दोनों दल अपनी-अपनी क्षमता को बढ़ा-चढ़ाकर दिखा रहे हैं। ताकि सीटों के बंटवारे के वक्त राकांपा की भूमिका को गौन कर उसे केवल प्रचार तक ही सीमित किया जाए। ऐसी स्थिति को राकांपा कभी सहन नहीं करेगी व पूरे दमखम के साथ प्रदेश की सभी चालीस लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
जिला राकांपा अध्यक्ष सह वैशाली की पूर्व जिला पार्षद आशा देवी की अध्यक्षता में हाजीपुर स्थित परिसदन में आयोजित कार्यकर्ता स्तरीय बैठक में भाग लेने श्री शाही बुधवार को हाजीपुर आए थे। इसी दौरान आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने यह बातें कही। उन्होंने महागठबंधन में राष्ट्रीय स्तर की पार्टी होते हुए कांग्रेस की भूमिका को केवल अपने लाभ तक ही सीमित रखने व सहयोगी दलों की उपेक्षा का आरोप लगाया। प्रियंका गांधी की राजनीति में इंट्री को उन्होंने कांग्रेस का आंतरिक मामला बताते हुए इससे किसी तरह के असर पड़ने से इनकार किया। वहीं राकापां अध्यक्ष शरद पवार को लालू एवं उपेंद्र कुशवाहा जैसे नेताओं से बड़ा व्यक्तित्व बताते हुए उन्हें तीसरे मोर्चे का सबसे कद्दावर नेता बताया। जबकि आर्थिक आरक्षण को वक्त की जरूरत बताते हुए कहा कि इससे समाज में समरसता पैदा होगी। इसलिए ही लोकसभा व राज्यसभा को राकपां इस बिल के समर्थन में पूरे दमखम के साथ खड़ी रही थी। उनके साथ मौजूद रहे लोगों में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रशेखर ¨सह, प्रदेश सचिव पंकज कुमार तिवारी एवं सदन प्रसाद के साथ ही प्रदेश प्रवक्ता सूर्यकांत ¨सह, महासचिव अर¨वद ¨सह, मनोज ¨सह एवं जीतेंद्र शुक्ला आदि के अलावा प्रखंड अध्यक्षों में दिलीप कुमार, संजय सहनी, राजू कुमार रय, रामबरन राय, अखिलेश राय, रणधीर कुमार, प्रकाश ¨सह, ¨बदेश्वर ¨सह, शिवचंद्र राय, जीतेश कुमार, रीतेश कुमार, जानकी देवी, पंकज कुमार एवं अधिवक्ता रमेंद्र प्रसाद आदि थे।