बारह वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म, रिपोर्ट लिखवाने गये भाई को पुलिस ने भगाया
बिहार पुलिस का एक बार फिर शर्मनाक चेहरा सामने आया है। दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराने गये भाई को पुलिस ने भगा दिया। अस्पताल ने भी बिना पुलिस के बच्ची का इलाज करने से मना कर दिया।
वैशाली [जेएनएन]। बिहार में एक के बाद एक ऐसी घटनाएं सामने आ रही है, जो पुलिस के शर्मनाक चेहरे को उजागर कर रहे हैं। एक ओर जहां गया जिले में एसिड अटैक पीडि़ता की रिपोर्ट थाने में नहीं लिखा गया, वहीं वैशाली जिले के हाजीपुर में बहन की दुष्कर्म की रिपोर्ट लिखवाने गये भाई को पुलिस ने भगा दिया।
जानकारी के अनुसार, वैशाली जिले के चांदपुरा ओपी क्षेत्र में जलावन के लिए लकड़ी चुनने गई एक 12 वर्षीया बच्ची के साथ गांव के ही एक युवक ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। घटना की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने बच्ची को घटनास्थल से उठा कर इलाज के लिए लाकर सदर अस्पताल में भर्ती कराया। हद उस समय हो गई जब अपनी 11 साल की बहन के साथ हुए दुष्कर्म की शिकायत करने पहुंचे भाई को भी चांदपुरा ओपी से भगा दिया गया।
खून से लथपथ बच्ची जिसके साथ अस्पताल पुलिस को आना था वह अपने परिजनों के साथ मेडिकल कराने पहुंची। यहां सदर अस्पताल में चिकित्सकों ने उसे जरूरी दवाइयां देने के बाद मेडिकल जांच से मना कर दिया। डॉक्टरों ने उसे पुलिस के साथ आने के लिए कहा। जब मामला मीडिया में आया तब पुलिस हरकत में आई। घटना के बाद उग्र लोगों ने चांदपुरा ओपी का घेराव किया। इस मामले का आरोपित फरार बताया जा रहा है।
परिजन के सदर अस्पताल में होने की वजह से इस मामले में गुरूवार की देर शाम तक प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई जा सकी थी। हालांकि इस संबंध में पुलिस को आवेदन दिया गया है। आरोपित युवक गांव का ही बताया गया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को चांदपुरा ओपी क्षेत्र की एक बारह वर्षीय बच्ची अपने गांव की ही एक छोटी बच्ची के साथ जलावन के लिए लकड़ी चुनने खेत में गई हुई थी। उस जगह पर गांव का एक युवक अपने खेत में पानी पटा रहा था। लकड़ी चुनने के दौरान जैसे ही दोनों बच्ची एक-दूसरे से अलग हुई, पानी पटा रहा युवक बड़ी बच्ची को जबरन झाड़ी में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया और वहां से भाग निकला।
छोटी बच्ची जब वहां पहुंची तो उसे गंभीर रूप से जख्मी देख उसके परिजनों को सूचित किया। परिवार के सदस्य उक्त स्थल पर पहुंचे और उस बच्ची को वहां से उठाकर घर ले आए और उसके बाद थाना को सूचित कर उसे लेकर इलाज के लिए सदर अस्पताल चले आए। बच्ची के परिजनों ने बताया कि सूचना के बाद भी पुलिस ने उसकी कोई सहायता नहीं की और न ही बच्ची के साथ सदर अस्पताल आने की जहमत उठाई। सदर अस्पताल प्रशासन ने भी बिना पुलिस के बच्ची का इलाज करने से मना कर दिया है।
घटना के बाद उग्र लोगों ने थाना का घेराव किया। इस मामले में बच्ची की मां ने ही बताया कि गांव के ही ओमप्रकाश उर्फ उमा राय ने इस घटना को अंजाम दिया है तथा इस मामले में पूछताछ करने पर गोली मारने की धमकी दी है। इधर चांदपुरा ओपी प्रभारी सरफराज खान ने बताया कि इस मामले में परिजनों ने उमा राय के खिलाफ आवेदन दिया है।