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हादसे को दावत दे रहे सड़क किनारे खुले नाले

जागरण संवाददाता, हाजीपुर : जाम का पर्याय बन चुके हाजीपुर शहर में लोगों की परेशानी सिर्फ अतिक्रमण व ज

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Jun 2018 10:44 PM (IST)Updated: Fri, 08 Jun 2018 10:44 PM (IST)
हादसे को दावत दे रहे सड़क किनारे खुले नाले
हादसे को दावत दे रहे सड़क किनारे खुले नाले

जागरण संवाददाता, हाजीपुर : जाम का पर्याय बन चुके हाजीपुर शहर में लोगों की परेशानी सिर्फ अतिक्रमण व जाम तक ही सिमटी हुई नहीं है बल्कि शहर के कई इलाकों में जर्जर सड़क व खुले नाले भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। छोटे-मोटे नालों की कौन कहे सड़क किनारे बने कई मुख्य नाले भी खुले हुए हैं। ऐसे खुले नाले हादसे को दावत दे रहे हैं। जरा सी असावधानी पर लोग दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं।

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नगर के सुभाष चौक से पोखरा मोहल्ला होते हुए कटरा मोहल्ले को जाने वाली सड़क व नवीन सिनेमा रोड में जलनिकासी के लिए सड़क किनारे बने मुख्य नाले के खुले होने की वजह से यहां अक्सर हादसे का डर बना रहता है। इन दोनों ही इलाके में सड़क की चौड़ाई तो कम है ही उसकी स्थिति भी काफी जर्जर है। सबसे बुरी स्थिति तो सुभाष चौक से कटरा मोहल्ले को जाने वाली सड़क की है। एक तो सड़क टूटकर काफी जर्जर हो चुकी है। वहीं सड़क किनारे खुले नाले की वजह से हर वक्त हादसे की आशंका बनी रहती है। वहीं नाले में जमा गंदे पानी से उठने वाली दुर्गंध से मोहल्लावासी व इधर से गुजरने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है। अधूरा पड़ा है नाला निर्माण नगर के सुभाष चौक से कटरा मोहल्ला जाने वाली सड़क किनारे बने मुख्य नाले के जीर्णोद्धार का काम लगभग दो वर्ष पूर्व काफी जोरशोर से शुरू किया गया था। लेकिन कुछ ही महीने बाद इसका निर्माण कार्य ठप पड़ गया। उसके बाद कभी इसकी सुधी नहीं ली गई। निर्माण कार्य के दौरान इस्तेमाल में लाए गए लोहे का सरिया को भी चोर काटकर ले गए। नाले के अधूरे निर्माण ने इस इलाके की लोगों की परेशानी को काफी हद तक बढ़ा दिया है। अब तो इस नाले से पानी की निकासी भी नहीं हो पाती है। नाले में कूड़े-कचरे के ढेर व जमा पानी की सड़ांध से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। बायोमेडिकल कचरे से पटा पड़ा है नाला नवीन सिनेमा रोड में भी नाला निर्माण का कार्य शुरू किया गया था लेकिन न तो नाला का निर्माण कार्य ही पूरा हो सका और न ही खुले नाले को स्लैब से ढका गया। नतीजतन इस रोड में स्थित नर्सिंग होम से निकलने वाले मेडिकल कचरे के लिए यह नाला अघोषित डं¨पग जोन बन गया। नाले में फेंके जा रहे इन बायोमेडिकल कचरे से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। फुटपाथ के रूप में किया जा सकता था डेवलप अगर नगर परिषद प्रशासन इन दोनों नालों को लेकर थोड़ी गंभीरता दिखाता तो इसे फुटपाथ के रूप में डेवलप किया जा सकता था। जब कभी सुभाष चौक के समीप भीषण जाम की समस्या उत्पन्न होती है तो लोग इन दोनों रास्ते का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं। ऐसी स्थिति में अगर यहां नाले के ऊपर फुटपाथ का निर्माण करा दिया जाता तो न सिर्फ सड़क की चौड़ाई बढ़ती बल्कि जाम की स्थिति में पैदल यात्रियों को भी काफी सहुलियत होती।


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