लोग पी रहे आर्सेनिकयुक्त पानी, मिनी जलापूर्ति केंद्र नहीं किए जा रहे चालू
प्रखंड की देसरी जफराबाद धर्मपुर रामराय पंचायत में जलापूर्ति केंद्रों से पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। इन जगहों पर पानी टंकी रहने के बावजूद जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं होने से लोग आर्सेनिकयुक्त पानी पीने को विवश हैं।
संवाद सूत्र, देसरी : प्रखंड की देसरी, जफराबाद, धर्मपुर रामराय पंचायत में जलापूर्ति केंद्रों से पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। इन जगहों पर पानी टंकी रहने के बावजूद जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं होने से लोग आर्सेनिकयुक्त पानी पीने को विवश हैं। देसरी और जफराबाद पंचायत में सात निश्चय योजना के तहत नल से पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। धीरे-धीरे गर्मी बढ़ने से पीने के पानी की खपत बढ़ती जा रही है। अनुसूचित जाति की बस्तियों के लोग चापाकल से निकलने वाला आर्सेनिकयुक्त पानी पी रहे हैं।
एक सर्वे के अनुसार देसरी प्रखंड की देसरी, ऊफरौल, जफराबाद, आजमपुर, धर्मपुर रामराय, जहांगीरपुर शाम, भिखनपुरा और जहांगीरपुर शाम पंचायत के चापाकल से निकलने वाला पानी पीने योग्य नहीं है। इन जगहों के चापाकलों से जो पानी निकलता है उसमें आर्सेनिक है। जब से आर्सेनिकयुक्त पानी के संबंध में रिपोर्ट आयी है तब से संपन्न लोग तो आरओ पानी खरीदकर पीने लगे हैं, मगर गरीब लोग अब भी चापाकल का ही पानी पी रहे हैं। प्रखंड के अधिकतर जगहों पर भूजल स्तर काफी नीचे चले जाने से चापाकलों से भी पानी आना कम हो गया है।
जफराबाद पंचायत के अशोक पासवान, बिन्देशर सिंह, लाल बाबू आदि ने बताया बंद मिनी जलापूर्ति केन्द्रों को चालू करने की मांग को लेकर कई बार धरना-प्रदर्शन किया गया लेकिन उन्हें चालू नहीं किया गया। अकेले जफराबाद पंचायत के लखनपुर में अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या दो हजार से अधिक है। इन लोगों को पीने के पानी की सप्लाई के लिए 2011 में मिनी जलापूर्ति केन्द्र की व्यवस्था हुई मगर इन दिनों इस केन्द्र से पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। इसी तरह देसरी, धर्मपुर और ममरेजपुर में 1999 में पीएचईडी द्वारा लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उदे्दश्य से पानी टंकी की व्यवस्था कर जला शुरू की गई थी लेकिन पंपसेट में मामूली खराबी आ जाने से यइ जगहों पर भी पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। पाइप और मशीन में जंग लग रही है। लोगों के निजी चापकल सूखते जा रहे हैं। अधिकतर चापाकल कम पानी दे रहे हैं।