आठ साल से सिर्फ आदेश पर आदेश, पर नहीं बन सकी सड़क
थ्य केंद्र की जर्जर स्थिति में सुधार कराने की मांग की है। इस संबंध में दिए गए मांग पत्र में उन्होंने पूर्व में सिविल सर्जन एवं अन्य विभागीय पदाधिकारियों को दिए गए आवेदन का उल्लेख करते हुए कोई कार्रवाई नहीं होने पर निराशा जताई है।
जागरण संवाददाता, हाजीपुर : हाजीपुर सदर प्रखंड के कुतुबपुर डुमरी गांव में ग्रामीण सड़क का निर्माण कार्य पिछले आठ वर्षों से आदेश व फाइल रेस में सिमटा हुआ है। सड़क निर्माण में रोड़ा बन रहा है यहां छह धुर जमीन पर लगे पेड़-पौधे। इस अतिक्रमण को हटाने के लिए पिछले आठ वर्ष के दौरान कई बार वरीय पदाधिकारियों ने हाजीपुर बीडीओ व सीओ को आदेश भी दिया लेकिन इतनी लंबी अवधि बीत जाने के बाद भी इस अतिक्रमण को नहीं हटाया जा सका। यहां तक कि अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी व द्वितीय अपीलीय प्राधिकार के आदेश के बावजूद भी पदाधिकारी इसे लेकर गंभीर नहीं हुए।
मालूम हो कि सदर प्रखंड के कुतुबपुर डुमरी गांव में ग्रामीण सड़क निर्माण के लिए गांव के ही राम प्रसाद शर्मा ने अपनी छह धुर जमीन राज्यपाल के नाम रजिस्ट्री की थी। इस ग्रामीण पक्की सड़क के लिए आमसभा के माध्यम से वर्ष 2009 में योजना भी पारित की गई थी। लेकिन राज्यपाल के नाम रजिस्ट्री की गई जमीन पर लगे पेड़-पौधों व अतिक्रमण की वजह से सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। अतिक्रमण हटाने व सड़क निर्माण के लिए वर्ष 2017 में अनुमंडल लोक शिकायत निवारण प्राधिकार का दरवाजा खटखटाया। 18 नवंबर 2017 को लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने मामले की सुनवाई करते हुए बीडीओ को सीओ व स्थानीय थाना से संपर्क कर अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया। इस पर जब कार्रवाई नहीं हुई तो वे द्वितीय अपीलीय प्राधिकार में गए। वहां से 6 अप्रैल 2018 को सीओ को पंद्रह दिनों के अंदर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया लेकिन आज तक उस पर कार्रवाई नहीं हुई। कार्रवाई नहीं होने पर आवेदन ने दुबारा डीएम से इसकी शिकायत की लेकिन न तो अतिक्रमण हटा और न ही सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो सकी।