सोनपुर मेले के आकर्षण का केन्द्र बना बिहार टाईगर
सोनपुर मेला में गाय बाजार के मंद पड़ने के बाद घोड़ा बाजार में रौनक आ गई है। प्रत्येक वर्ष मेले में बिक्री के लिए आने वाले घोड़ों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। व्यापारियों ने बिक्री के लिए देश के कोने-कोने से अलग-अलग नस्ल के घोड़े लाए हैं।
वैशाली। सोनपुर मेला में गाय बाजार के मंद पड़ने के बाद घोड़ा बाजार में रौनक आ गई है। प्रत्येक वर्ष मेले में बिक्री के लिए आने वाले घोड़ों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। व्यापारियों ने बिक्री के लिए देश के कोने-कोने से अलग-अलग नस्ल के घोड़े लाए हैं। मेले में लोगों को एक से बढ़कर एक घोड़ा देखने को मिल रहा है। घोड़े अपने कारनामों के जरिये पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। इन्हें देखने के लिए लोगों को भारी भीड़ जुट रही है। सोनपुर मेले में पटना के पाली से बिक्री के लिए लाया गया घोड़ा बिहार टाईगर लोगों को अपनी ओर विशेष रूप से आकर्षित कर रहा है। इसके खरीदार भी यहां पहुंच रहे हैं। घोड़े के मालिक शिवू ¨सह कहते है कि इस घोड़ा का अपना एक अलग आकर्षण है। यह सरपट दौड़ने में जितना माहिर है उतना ही नाचने में। इसकी नाच को देखने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंच रहे है। उन्होंने बताया कि यह पंजाब नस्ल का घोड़ा है। इस घोड़े मे कई खासियत है यह दौड़, डांस एवं तरह-तरह के कर्तव्य दिखाने में माहिर है। इस वर्ष इस मेले में इस घोड़े का जोड़ नही है। मेले में इस घोड़ा के दौड़ को देखने के लिए प्रतिदिन सुबह में भारी भीड़ लगती है।
बिहार में कई स्थानों पर आयोजित घोड़ा दौड़ प्रतियोगिता में यह टॉप पर रहा है। उन्होंने इसकी कीमत के बारे में बताया कि देश में हुए नोटबंदी के कारण इसके मूल्य को काफी कम रखा गया है। बाहर के व्यापारियों की परेशानी को देखते हुए इसकी कीमत 2 लाख 51 हजार रुपये कर दी गई है।