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कई स्कूलों में थाली की है भारी कमी, दो बार में कराना पड़ता भोजन

जिले में स्थित 2064 प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में से 2063 में अभी एनजीओ व विद्यालय शिक्षा समिति के माध्यम से मिड डे मील योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत औसतन प्रतिदिन 2 लाख

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 06:49 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 06:49 PM (IST)
कई स्कूलों में थाली की है भारी कमी, दो बार में कराना पड़ता भोजन
कई स्कूलों में थाली की है भारी कमी, दो बार में कराना पड़ता भोजन

वैशाली। जिले में स्थित 2064 प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में से 2063 में अभी एनजीओ व विद्यालय शिक्षा समिति के माध्यम से मिड डे मील योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत औसतन प्रतिदिन 2 लाख 89 हजार 866 बच्चों को मध्याह्न भोजन दिया जा रहा है, लेकिन इस योजना का दूसरा पहलू यह है कि अधिकतर स्कूलों में बच्चों को भोजन कराने के लिए थाली की काफी कमी है। आलम यह है कि कई स्कूलों में बच्चों को दो-दो पंगत में खाना खिलाना पड़ता है। एक पंगत के छात्र जब खाना खा लेते हैं तो थाली को धोकर दूसरी पंगत के छात्र खाते हैं। इस समस्या के निदान के लिए अब जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी सामाजिक स्तर पर पहल करने की योजना तैयार कर रहे हैं। इस योजना के तहत बैंकर्स, एनजीओ, बिजनेसमैन व अधिकारियों से बच्चों की थाली के लिए रुपये डोनेट करने की अपील की जाएगी।

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मालूम हो कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील योजना के तहत भोजन कराने के लिए विभाग के स्तर से कई वर्ष पहले स्कूलों को थालियां उपलब्ध कराई गई थीं। विभाग की ओर से स्कूलों को उपलब्ध कराई गई थालियां धीरे-धीरे लगभग बर्बाद हो चुकी हैं। कई स्कूलों में तो बच्चों की संख्या की तुलना में थाली की संख्या आधी से भी कम है। इस परिस्थिति में मध्याह्न भोजन के समय बच्चों को लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। पहले कुछ बच्चों को भोजन कराया जाता है, उसके बाद फिर थाली को साफ कर बाकी बचे बच्चों को भोजन कराया जाता है।

स्कूल में थाली की समस्या से निपटने के लिए जिला शिक्षा विभाग अब सामाजिक पहल कर थाली जुटाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए अगले महीने दशहरा बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी डीएम से इस संबंध में अपील करेंगे। साथ ही बैंकर्स, व्यवसायी, सामाजिक संगठन व बुद्धिजीवियों के साथ बैठक कर थाली डोनेट करने की अपील करेंगे। साथ ही शिक्षा विभाग के पदाधिकारी भी अपने वेतन मद से कुछ राशि थाली के लिए डोनेट करेंगे। क्या कहते हैं पदाधिकारी - स्कूलों में थाली की कमी है। इसके लिए बैंकर्स, व्यवसायी, सामाजिक संगठन व बुद्धिजीवियों के साथ बैठक कर थाली डोनेट करने की अपील की जाएगी। विभाग से जुड़े पदाधिकारियों से भी थाली डोनेट करने की अपील की जाएगी।

- अजय कुमार झा, डीपीओ, मिड डे मील योजना


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