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कुर्मी वंश का इतिहास गौरवशाली पर नहीं मिल सका उचित हक : डॉ. अखिलेश

ुुुकुर्मी वंश का इतिहास गौरवशाली लेकिन नहीं मिल सका उचित राजनीतिक व आर्थिक हक डॉ अखिलेश

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Jan 2020 11:34 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jan 2020 11:34 PM (IST)
कुर्मी वंश का इतिहास गौरवशाली पर नहीं मिल सका उचित हक : डॉ. अखिलेश
कुर्मी वंश का इतिहास गौरवशाली पर नहीं मिल सका उचित हक : डॉ. अखिलेश

संवाद सूत्र, गोरौल :

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प्रेमराज स्थित रामलखन सिंह अवध महाविद्यालय परिसर में अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के तत्वावधान में कुर्मी सम्मेलन का आयोजन सोमवार को किया गया। सम्मेलन का शुभारंभ छत्रपति शिवाजी महाराज एवं सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। समाजसेवी सुनील कुमार के संयोजकत्व एवं अवकाश प्राप्त प्रधानाध्यापक कृष्ण कुमार सिंह उर्फ बंगाली सिंह की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन का संचालन प्रो. वेदप्रकाश पटेल ने किया।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए महासभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि आज ही नहीं सदियों से कूर्म (कुर्मी) वंश का गौरवशाली इतिहास रहा है। आदिकाल में राज, राजा चोलम, मिहिरभोज, संभाजी महाराज, छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे कई क्षत्रिय राजा-महाराजा हुए हैं। तब से लेकर आज तक आधुनिक भारत में भी कई ऐसे वीर क्रांतिकारी और राजनेता हुए जिन्होंने अपने पराकर्म के बल पर कुर्मी वंश की लाज रखी। इनमें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में लौहपुरुष के नाम एवं पहचान रखने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल एवं 1942 के आंदोलन जैसे कई आंदोलनों में अपने प्राणों की आहुति देने वाले ज्ञात-अज्ञात कुर्मी समाज के कई वंशज थे। विडंबना है कि आज राजनीतिक, आर्थिक व समाजिक रूप मे जो हक मिलना चाहिए था वह नहीं मिल रहा है। इसके लिए हमें जागरूक और प्रयत्नशील होना होगा। उन्होंने कहा कि वंश की अस्मिता केवल राजनीतिक रूप से सक्रिय होने से ही नही बचेगी अपितु समाजिक व आर्थिक स्तर सुधारने से ही बचेगी। इसके लिए हमारे समाज के प्रबुद्ध लोगो को शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के प्रति भी जागृत करना होगा।

महासभा की महिला प्रकोष्ठ प्रांतीय अध्यक्षा सुनीता साक्षी ने कहा कि हमारे समाज में आज भी महिलाओं का शिक्षा स्तर ऊंचा नही है। सोच सकते है कि जिस घर में मातायें शिक्षित नहीं होगी तो उनकी संतानों का क्या हश्र होगा। विशिष्ट अतिथि सिद्धार्थ पटेल ने कहा कि आज इस समाज में एकता स्थापित करने की जरूरत है। तभी हम अपनी मान-मर्यादा एवं इतिहास को अक्षुण्ण बनाये रख सकते हैं। कार्यक्रम को महासभा के राष्ट्रीय सचिव मृत्युंजय पटेल, प्रदेश महासचिव पशुपति कुमार पटेल, प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक कुमार, कोषाध्यक्ष दीनेंद्र कुमार सिन्हा, युवा प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, छात्र परिषद प्रदेश अध्यक्ष नीतीश पटेल, प्रदेश महासचिव प्रशांत पटेल, प्राचार्य प्रभाषचन्द्र सिंह, प्रो. संजय कुमार सिंह, जिला पार्षद मनोज पटेल, मुखिया रामसागर सिंह, पैक्स अध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह, भूषण प्रसाद सिंह, प्रो. अखिलेश्वर प्रसाद सिंह, डॉ. रामनरेश सिंह, श्यामकिशोर, चंद्रशेखर पटेल, उमाशंकर पटेल, संदेश पटेल, सतीश कुमार, अरूण कुमार सिंह सहित अन्य ने भी संबोधित किया।


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