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शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रखंड प्रमुख को सौंपा ज्ञापन

संवाद सूत्र, सहदेई बुजुर्ग : राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की सहदेई बुजुर्ग प्रखंड इकाई के प्र

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Mar 2018 07:16 PM (IST)Updated: Sat, 17 Mar 2018 07:16 PM (IST)
शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रखंड प्रमुख को सौंपा ज्ञापन
शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रखंड प्रमुख को सौंपा ज्ञापन

संवाद सूत्र, सहदेई बुजुर्ग :

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राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की सहदेई बुजुर्ग प्रखंड इकाई के प्रखंड महामंत्री सुधांशु चन्द्र सुधाकर के नेतृत्व में शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रखंड नियोजन समिति की अध्यक्ष सह प्रखंड प्रमुख रेणु देवी से मुलाकात कर उन्हें शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं से सम्बंधित मांगों का ज्ञापन सौंप कर समस्याओं के समाधान की मांग की। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने सौंपे गए ज्ञापन में कहा है कि प्रखंड, पंचायत शिक्षकों की दक्षता, वेतन वृद्धि, महंगाई भत्ता सहित अन्य कई प्रकार की राशि वर्षों से बकाया है। डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षकों के ग्रेड पे के बकाया राशि का भुगतान भी बकाया है।

ज्ञापन में कहा गया है कि नाजायज तरीके से कुछ चु¨नदा शिक्षकों के बकाया राशि का भुगतान कर दिया गया।लेकिन अभी भी चार सौ के करीब शिक्षक बकाया राशि भुगतान के लिये इंतजार कर रहे हैं। यह भी कहा है कि डीएलएड प्रशिक्षित कुछ शिक्षकों के ग्रेड पे के बकाया राशि का भुगतान नाजायज ढंग से कर दिया गया।जबकि अभी कुछ बकाया भुगतान का इंतजार कर रहे हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि बकाया भुगतान के लिये पूर्व में कई बार जिला से आदेश मिला लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने दिसंबर में बकाया वेतन भुगतान के लिये जो पत्र निकाला उसमें बकाया के दावा के साथ साक्ष्य देने को भी कहा गया है। महासंघ ने साक्ष्य की बात को हटाने की मांग करते हुए कहा कि प्रखंड,पंचायत शिक्षकों की केवल अनुपस्थिति विवरणी विद्यालय से जाती है। वेतन बनाना और भुगतान पहले प्रखंड के बीडीओ कार्यालय से और अब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से होता है। ऐसे में वेतन भुगतान का सभी ब्यौरा कार्यालय में है। फिर भी बकाया न देने की मंशा के कारण इस प्रकार की शर्त रखी गई है।

ज्ञापन में जांच के नाम पर शिक्षकों को प्रताड़ित करने पर रोक लगाने की मांग की गई है। कहा गया है कि प्रखंड व पंचायत शिक्षकों में से कुछ का मनमाने ढंग से एक-दो दिन का वेतन काटा जाता है। फिर एक दो महीने बाद भुगतान किया जाता है। प्रखंड पंचायत शिक्षकों को विभागीय आदेश के बाद भी सातवें वेतन आयोग की अनुशंसा के अनुरूप वेतन नहीं दिया जा रहा है और न ही कैंप लगाकर सेवा पुस्तिका का सत्यापन ही किया जा रहा है। एक दर्जन से अधिक शिक्षकों के दो वर्षों से बन्द वेतन का भुगतान अबिलम्ब कराने की भी मांग की गई। मध्य विद्यालय नयागंज के शिक्षक मिथिलेश कुमार राय को अपीलीय प्राधिकार के आदेश के बाद स्कूल में योगदान देने के बाद प्रधानाध्यापिका द्वारा नाजायज तरीके से स्कूल में उपस्थिति दर्ज नही करने पर आपत्ति जताते हुए उचित कार्रवाई की मांग की गई।महासंघ ने नियोजन नियमावली 2012 का हवाला देते हुय कहा कि किसी भी प्रखंड,पंचायत शिक्षक की सेवा वापसी करने का अधिकार प्रधानाध्यापिका को नहीं है। लेकिन जानकारी मिल रही है कि प्रधानाध्यापिका ने मिथिलेश कुमार राय की सेवा वापसी की है।


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