मिट्टी हटाने पर मिला शव, ग्रामीणों ने किया हंगामा
जंदाहा। बीते शनिवार को पातेपुर थाने के अमठावां के समीप मटकुरिया चंवर में गेहूं के एक खेत में गाड़े गए अगवा किसान महिसौर निवासी रमेश झा के शव की बरामदी होने से ग्रामीणों को यह पक्का विश्वास हो गया कि दूसरे अगवा किसान रंजीत कुमार ¨सह उर्फ चुनचुन ¨सह का शव भी कहीं आसपास ही गाड़ा गया है। रविवार को ग्रामीणों ने किसान रंजीत ¨सह उर्फ चुनचुन ¨सह की खोज जारी रखते हुए बरैला झील किनारे स्थित मटकुरिया चंवर में सरसों एवं गेहूं की फसल लगे खेतों की ट्रैक्टर से जुताई कर अभियान शुरू किया।
जंदाहा। बीते शनिवार को पातेपुर थाने के अमठावां के समीप मटकुरिया चंवर में गेहूं के एक खेत में गाड़े गए अगवा किसान महिसौर निवासी रमेश झा के शव की बरामदी होने से ग्रामीणों को यह पक्का विश्वास हो गया कि दूसरे अगवा किसान रंजीत कुमार ¨सह उर्फ चुनचुन ¨सह का शव भी कहीं आसपास ही गाड़ा गया है। रविवार को ग्रामीणों ने किसान रंजीत ¨सह उर्फ चुनचुन ¨सह की खोज जारी रखते हुए बरैला झील किनारे स्थित मटकुरिया चंवर में सरसों एवं गेहूं की फसल लगे खेतों की ट्रैक्टर से जुताई कर अभियान शुरू किया। ग्रामीणों द्वारा की जा रही खोजबीन के दौरान सरसों के एक खेत में जमीन के अंदर एक लाश होने शक होते ही मिट्टी हटाकर देखा गया तो सड़ा गला एक व्यक्ति की शव पाया गया। तत्पश्चात पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पुलिस के पहुंचने पर जमीन के अंदर से शव को निकाला गया तो ग्रामीणों एवं परिजनों ने उसकी पहचान किसान रंजीत कुमार ¨सह उर्फ चुनचुन ¨सह के रूप में की। ग्रामीणों के आक्रोश को देख मूकदर्शक बने रहे पुलिस पदाधिकारी
अगवा दूसरे किसान रंजीत ¨सह का शव बरामद होते ही ग्रामीण काफी आक्रोशित हो गए तथा पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नाराजगी जाहिर करते हुए शव को अपने कब्जे में लेकर एक वाहन से चांद सराय चौक पर लाकर एनएच-322 को जाम कर दिया। आक्रोशित लोगों ने पुलिस प्रशासन एवं सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। वहां उपस्थित पुलिस पदाधिकारियों द्वारा आक्रोशित लोगों को समझाकर शांत कराने का काफी प्रयास किया गया लेकिन आक्रोशित किसान पुलिस प्रशासन के विरुद्ध और आक्रोशित होते गए।नतीजतन वहां पहुंचे पुलिस के पदाधिकारी एवं पुलिस बल मूकदर्शक बन वहां से कुछ दूरी पर हटकर डटे रहे।
ग्रामीण इस घटना को लेकर काफी आक्रोशित हैं तथा घटनास्थल पर मुख्यमंत्री अथवा मुख्यमंत्री के किसी प्रतिनिधि तथा डीएम एवं एसपी को बुलाने, दोनों मृतक किसानों के परिजन को 25-25 लाख रुपये मुआवजा दिए जाने, दोनों किसानों के परिजन को सरकारी नौकरी दिए जाने तथा इस गांव के ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने की मांग कर रहे थे। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि यह घटना नक्सली वारदात है तथा सरकार एवं प्रशासन इस घटना के प्रति संवेदनशील नहीं है। बताया गया कि नक्सलियों द्वारा डीह बुचौली निवासी पानी व्यवसाई ऋषिकेश झा को घर से खींचकर गोली मारकर हत्या कर दी गई तथा उनके चाचा उमाकांत झा को गोली एवं बम मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया। उस वारदात को अंजाम देने के बाद लौटते वक्त नक्सलियों द्वारा किसान रंजीत कुमार ¨सह उर्फ चुनचुन ¨सह एवं रमेश झा का अपहरण कर हत्या कर दी गई लेकिन पुलिस प्रशासन दोनों किसान को खोज पाने में भी सफल नहीं हो पाया तथा दोनों किसानों के शव मिट्टी के अंदर से ग्रामीणों ने बरामद किए। आक्रोशित ग्रामीण यह भी मांग कर रहे थे कि इस घटना के आरोपित नक्सलियों का पुलिस प्रशासन जल्द सफाया करे। समाचार प्रेषण तक आक्रोशित लोग शव के साथ एनएच को जाम किए हुए थे। घटना को लेकर दोनों किसानों के घरों में कोहराम
घटना को लेकर दोनों मृतक किसानों के परिजनों में कोहराम मचा है तथा आक्रोशित ग्रामीण अपनी मांग पर डटे हैं। आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा शव की खोजबीन के दौरान बरैला झील क्षेत्र में कई खेतों में लगे सरसों की फसल एवं गेहूं की फसल को ट्रैक्टर से जोताई कर बर्बाद कर दिया गया। वहीं झील में बनी कई झोपड़ियों को जला दिया गया। शनिवार को मिला था अगवा किसान रमेश झा का शव
जंदाहा थाना के महिसौर निवासी अगवा किसान रंजीत कुमार ¨सह उर्फ चुनचुन ¨सह का शव रविवार को मिला जबकि बीते शनिवार को ग्रामीणों ने बरैला झील किनारे स्थित पातेपुर थाना क्षेत्र के अमठामा गांव के मटकुरिया चंवर में इसी स्थल के आसपास से गेहूं के खेत से बरामद किया था। दोनों किसानों के शव को ग्रामीणों द्वारा बरामद किए जाने के बाद तत्काल इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दी गई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस की मौजूदगी में शव को मिट्टी के अंदर से निकाला गया। शनिवार को बरामद किए गए किसान रमेश झा के शव को ग्रामीणों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों के काफी समझाने तथा नियमानुसार मृतक के परिजन को मुआवजा दिए जाने के आश्वासन पर शनिवार की रात लगभग 9:00 बजे पोस्टमार्टम के लिए पुलिस के हवाले किया गया था।