वैशाली Acid Attack: फूल-माला बेचकर गुजारा करता है परिवार, चंदा इकट्ठा कर हो रहा इलाज Vaishali News
वैशाली में हादसे के बाद पीड़ितों की मदद के लिए गांव वाले आगे आए हैं। पीड़ित पक्ष फूल-माला बेचकर गुजर-बस करता है।
वैशाली, जेएनएन। वैशाली के दाउदनगर के एसिड अटैक के पीड़ित काफी गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। गांव के लोगों ने बताया कि पीड़ित पक्ष बेहद गरीब है। इलाज के लिए ग्रामीण चंदा इकट्ठा कर रहे हैं। ग्रामीण रामानन्द साह, चन्देश्वर साह एवं शिवजी साह ने बताया कि पीड़ित फूल-माला बेचकर परिवार का भरण-पोषण करता है। एेसे में ग्रामीण चंदा इकट्ठा कर रहे हैं।
दोनों पक्षों के आवेदन पर थाने में दर्ज की गई प्राथमिकी
दाउदनगर के मालीटोला में हुए एसिड अटैक की घटना में दोनों पक्षों की ओर से प्राथमिकी दर्ज के लिए आवेदन थाने में दिया गया है। जिसमें एक पक्ष की ओर से नंद किशोर भगत ने थाने में दिए गए आवेदन में कहा है कि मेरा लड़का देवेंद्र भगत सुबह सात बजे चाय पीकर घर लौट रहा था। इसी बीच बालेंद्र शर्मा, लखिन्द्र शर्मा, सुबोध कुमार, प्रमोद कुमार, अमोद कुमार, दिवाकर कुमार, जुगेश कुमार, अखिलेश कुमार, चंदन कुमार, सुनील कुमार, पंकज कुमार तेजाब लेेेकर आए और उन लोगों पर डालने लगे। आरोपितों ने इस दौरान जान से मारने की भी धमकी दी।
वहीं दूसरे पक्ष से बालेन्द्र शर्मा ने थाने में दिए गए आवेदन में कहा है कि सुबह साढे पांच बजे में 25 आदमी के साथ आए और साइकिल दुकान में लूटपाट करने लगे। साथ ही लाठी-डंडे एवं रॉड से मारपीट कर घायल कर दिया। इस दौरान जान से मारने की भी धमकी दी। वालेन्द्र शर्मा, लखिन्द्र शर्मा, प्रमोद कुमार, अशोक कुमार एवं आमोद कुमार का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र वैशाली में पुलिस अभिरक्षा में इलाज कराया जा रहा है। वहीं एसिड अटैक में जख्मी का इलाज हाजीपुर सदर अस्पताल में चल रहा है। वैशाली के प्रभारी थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।
सोमवार को हुई थी छेडख़ानी की घटना
वैशाली थाना क्षेत्र के दाउदनगर के मालिटोला में सोमवार को एक लड़की के साथ छेडख़ानी की घटना हुई थी। इस को लेकर बुधवार की सुबह दो पक्षों के बीच मारपीट की घटना हुई। इसी दौरान एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के लोगों पर तेजाब से हमला कर दिया। एसिड अटैक की इस घटना में 13 लोग जख्मी हो गए। इस घटना के बाद से गांव में काफी तनाव का माहौल है। पुलिस पूरी स्थिति पर पैनी नजर रख रही है।
तेजाब फेंकने वाले करते हैं सोना-चांदी का कारोबार
जिस तेजाब का प्रयोग किया गया है, उसे खट्टा पानी कहा जाता है। तेजाब फेंकने वाले लोगों का सोने-चांदी के आभूषण का कारोबार है। सोना-चांदी के गहनों की सफाई के लिए तेजाब उनके घरों में बराबर रहता है। लखिन्द्र शर्मा ने बताया कि तेजाब हमारे कारीगर मुजफ्फरपुर से खरीद कर लाते हैं।