सोनपुर मेला में आस्ट्रेलिया का पक्षी का बना आकर्षण
वैशाली। आस्ट्रेलिया का पक्षी विश्व विख्यात हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले में आकर्षण का केन्द्र बना ह
वैशाली। आस्ट्रेलिया का पक्षी विश्व विख्यात हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले में आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। इस पक्षी को कृषि प्रदर्शनी के स्टाल पर बिक्री के लिए लाया गया है। इसकी एक जोड़ी की कीमत 16 हजार है। इस पक्षी की फार्मिंग अमेरिका, फ्रांस, चीन, जापान, मलेशिया, कोरिया तथा भारत के तमिलनाडु में की जा रही है।
इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि इसका मांस डायविटिज, हृदय रोगियों व हाइपर टेंशन के मरीजों के लिए नुकसानदेह नहीं है। इसके मांस में उमेगा तीन और अधिक मात्रा में खनीज तथा आयरन व पोटेशियम आदि प्रचर मात्रा में पाया जाता है। इसे जमुई से लेकर आये प्रदीप कुमार बताते हैं कि यह इस पक्षी के नाम येमु है। यह संसार का दूसरा बड़ा ऐसा पक्षी है जो उड़ने वाला नहीं है। जन्म के समय इसका लंबाई आठ से दस इंच का होता है। 18 से 20 माह में यह पांच से छह फीट के लगभग हो जाता है। इसका वजन 45 किलो से 65 किलो तक होता है। एक येमु का उम्र लगभग 35 वर्ष होता है। यह 25 वर्षों तक अंडा दे सकता है। अंडा देने के समय प्रत्येक तीसरे दिन एक अंडा देता है।
इसके मांस में कोल स्टाल एवं चर्वी नहीं होता है इसलिए यह मधुमेह, हृदय तथा हाईपर टेंशन के रोगियों के लिए नुकसानदेह नहीं होता। इसके चमड़े से जूता-चप्पल एवं टोपी आदि बनते हैं। सारस के समान दिखने वाला एक येमु पक्षी में पांच से छह लीटर तेल पाया है। इसका बाजार मूल्य 5000 हजार रुपये प्रति लीटर है। तेल में औषधीय गुण है। इस पक्षी को भारतीय वन जीवन अधिनियम 1972 के किसी भी सिड्युल में नहीं रखा गया है इसलिए इसके पालन पोषण में वन विभाग से इजाजत की जरूरत नहीं पड़ती। इस पक्षी को देखने के लिए कृषि प्रदर्शनी के उक्त स्टाल पर लगातार दर्शकों की भीड़ लगी हुई है।