बिहार के वैशाली में पेट्रोल टैंकर ब्लास्ट, फुटबाल की तरह हवा में उछल गए लोग, तीन की मौत, हंगामा
Oil Tanker Blast in Bihar बिहार के वैशाली जिले में एक बार फिर बड़ा हादसा हुआ है। तेल टैंकर की वेल्डिंग के दौरान ब्लास्ट हो जाने से तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। कई अन्य घायल हैं।
गोरौल (हाजीपुर), संवाद सूत्र। बिहार के वैशाली में एक बार फिर बड़ा हादसा हुआ है। हाजीपुर-मुजफ्फरपुर एनएच 22 पर गोढिया पुल के निकट बुधवार को पेट्रोलियम टैंकर में वेल्डिंग के दौरान ब्लास्ट हो जाने से तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। एक व्यक्ति जख्मी हो गया। घटना वैशाली जिले के गोरौल थाना क्षेत्र का है। मृतकों में वेल्डिंग दुकानदार इसी थाना क्षेत्र के वेलवर गांव निवासी गिरधारी सहनी का 48 वर्षीय पुत्र वकील सहनी, गाड़ी का चालक पटना जिले के दनियावां थाना अंतर्गत गोरारी गांव निवासी सुरेश यादव का 48 वर्षीय पुत्र रंजीत यादव एवं खलासी सिवान जिले के विनोद चौधरी का 40 वर्षीय पुत्र अर्जुन कुमार शामिल है। जख्मी गोरौल थाना के इस्लामपुर गांव निवासी कौशल कुमार को सदर अस्पताल हाजीपुर रेफर किया गया है। घटना के विरोध में लोगों ने सड़क जाम कर दिया है।
टैंकर पर चढ़े थे चालक-खलासी व मैकेनिक
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गोढ़िया चौक पर वकील सहनी की वेल्डिंग की दुकान है। भारत पेट्रालियम का खाली टैंकर (बीआर01जीएच- 8913) के चालक ने वहीं गाड़ी लगाई। इसके बाद उसने वेल्डिंग करने को कहा। टैंकर पर चालक के साथ खलासी एवं दुकानदार चढ़े थे। इसी दौरान टैंकर में ब्लास्ट हो गया। विस्फोट इतना जोरदार था कि चालक हवा में उछलते हुए करीब 30 फीट ऊंची दीवार से टकराकर नीचे गिरा। यही हालत खलासी और दुकानदार का हुआ। टैंकर के टुकड़े भी काफी दूर जा गिरे। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग दहशत में आ गए। लगभग तीन किलोमीटर तक इस विस्फोट की आवाज सुनी गई।
भीड़ ने कई बार पुलिस को खदेड़ा
जहां वेल्डिंग की जा रही थी, उससे कुछ ही दूरी पर एनएच 22 है जिसपर हमेशा गाड़ियों की आवाजाही होती है। यदि टैंकर का टुकड़ा किसी पैसेंजर गाड़ी पर गिर जाता तो और बड़ी घटना हो सकती थी। घटना की सूचना मिलते ही लोगों की भीड़ लग गई। सूचना पर पुलिस भी पहुंची। इधर स्थानीय लोगों ने शव को एनएच पर रखते हुए आवागमन बाधित कर दिया। लोग इतने आक्रोशित थे कि मुजफ्फरपुर के एसएसपी और रक्सौल के एसपी को भी परेशानी झेलनी पड़ी। सूचना मिलते ही अंचलाधिकारी ब्रजेश कुमार पाटिल, थानाध्यक्ष संजीव कुमार, एसआइ विदुर कुमार, एएसआइ सुनील कुमार सिंह, संजय सिंह, जिन्ना खान पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने का प्रयास किया। लेकिन कई बार लोगों ने पुलिस को खदेड़ दिया। दोपहर करीब तीन बजे तक शव वहीं पड़ा था।