बसावन सिंह इंडोर स्टेडियम के खुले ताले
ककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककक
वैशाली। हाजीपुर शहर के बैडमिटन खिलाड़ियों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है। बसावन सिंह इंडोर स्टेडियम के बंद ताले खुल गए हैं और उसकी साफ-सफाई करा तथा बिजली के तारों को दुरुस्त कर लाइट का प्रबंध कर दिया गया है। मंगलवार की शाम से ही शहर के खिलाड़ी उसमें अपना पसीना बहाने लगे हैं।
मालूम हो कि हाजीपुर ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर के कई खिलाड़ी दे रखे हैं। लॉक डाउन के कारण ये खिलाड़ी प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे थे। लॉक डाउन की समाप्ति के बाद भी इंडोर स्टेडियम में ताला बंद था। लॉक डाउन ने तीन महीने तक इन खिलाड़ियों की प्रैक्टिस को लॉक कर रखा था। बैंडमिटन खिलाड़ी सिनेमा रोड अनवरपुर के सिद्धार्थ भूषण, दिघी के हृतिक आनंद, चांदपुरा हिलालपुर के तुषार कुमार सेतु और मगरहट्टा के मनीष कुमार और उनके अभिभावकों ने इस संबंध में दैनिक जागरण के साथ अपनी परेशानी साझा की। 17 जून के अंक में दैनिक जागरण ने खिलाड़ियों की प्रैक्टिस ना कर पाने की पीड़ा को प्रमुखता से प्रकाशित किया। इसके बाद जनप्रतिनिधि और अधिकारी दोनो स्तर से सक्रियता दिखाई गयी और अंतत: मंगलवार को स्टेडियम का ताला खोला गया। शाम से खिलाड़ियों ने प्रैक्टिस भी शुरू कर दी। खिलाड़ियों ने डीएम, डीडीसी के अलावा स्थानीय विधायक व अन्य सभी ऐसे लोगों के प्रति आभार जताया जिन्होंने स्टेडियम का ताला खोलवाने को लेकर पहल की।
इस स्टेडियम में प्रैक्टिस करने वाले हृतिक आनंद ताइपे में विश्व बैडिमंटन चैम्पियनशिप में दिव्यांग कैटेगरी में मिकस्ड डबल के सिल्वर मेडलिस्ट रह चुके हैं। सिद्धार्थ भूषण 2018 में ऑल इंडिया अंडर 19 में तीसरे स्थान पर रहा था। 2019 में यह खिलाड़ी पूर्वी जोन चैम्पियनशिप में तीसरे स्थान पर रहा था। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में यहां के यही खिलाड़ी चैम्पियन और रनर होते रहे हैं।
ये वे खिलाड़ी हैं जिनकी विशेष प्रैक्टिस के लिए उनके अभिभावकों ने अपना सबकुछ दांव पर लगा रखा है।