बाढ़ व सुखाड़ से बेहाल हैं जिले के किसान
वैशाली। जिले में एक ओर जहां आधा दर्जन प्रखंड के लोग बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं। वहीं
वैशाली। जिले में एक ओर जहां आधा दर्जन प्रखंड के लोग बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं। वहीं दूसरी ओर महुआ प्रखंड के किसान सूखे की मार झेलने को विवश है। बारिश नहीं होने की वजह से किसानों के खेतों में लगी धान की फसल सूखने लगे हैं। कुदरत की इस लीला से जहां बाढ़ प्रभावित इलाके के किसान अपनी फसल डूब जाने से बेहाल हैं, वहीं सूखे की मार झेल रहे किसान भी हैरान व परेशान हैं।
शेरपुर मानिकपुर पंचायत के किसान ज्वाला प्रसाद ¨सह, डगरू के किसान रामानंद यादव, ¨सघाड़ा के राणा प्रताप ¨सह, जय माधव ¨सह, उमेश ¨सह, जहागीरपुर के किसान कामेश्वर चौधरी, तरौरा के किसान भोला ¨सह, शर्मा के ललित कुमार घोष,मंगूराही के अनिल राय आदि किसानों ने बताया कि उनके खेतों में लगी धान की फसलें सूख रही है। बारिश नहीं होने किसानों के खेतों में दरार पड़ गई है। साधन-संपन्न किसान तो निजी पंपसेट से अपने फसल की ¨सचाई कर ले रहे हैं लेकिन मध्यम व छोटे किसान महंगी दर पर ¨सचाई कर पाने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं।
किसानों का आरोप है कि पिछले वर्ष का डीजल अनुदान भी उन लोगों को अभी तक नहीं मिला है। उन लोगों ने सरकार व प्रशासन से महुआ को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की है।