पोखरों में पसरा जलकुम्भी का जाल
सुपौल। सूर्योपासना का लोक पर्व छठ की तैयारी शुरू हो गई है। चार दिवसीय लोक आस्था के इस पर्व
सुपौल। सूर्योपासना का लोक पर्व छठ की तैयारी शुरू हो गई है। चार दिवसीय लोक आस्था के इस पर्व का पहला दिन रविवार को नहाय खाय से शुरु है। लेकिन प्रशासनिक लापरवाही से करजाईन तथा आसपास के क्षेत्रों में स्थित पोखर के घाटों की सफाई नहीं किए जाने से लोगों में निराशा व्याप्त है। करजाईन स्थित राजा पोखर, जगदीशपुर रामजानकी मंदिर स्थित पोखर, मोतीपुर पंचायत स्थित सतपोखरिया की हालत बदतर है। इन पोखरों की सफाई नहीं होने के चलते स्थानीय लोगों को छठ व्रत संपन्न करने के लिए नहर पर जाना पड़ता है। साथ ही करजाईन के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित तालाबों के प्रति भी व्यवस्था उदासीन है। इन तालाबों के घाटों पर हर वर्ष क्षेत्र से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु अस्ताचलगामी एवं उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए जुटते हैं, साथ ही भारी संख्या में छठव्रत देखने के लिए श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं, लेकिन इन घाटों के आसपास इन दिनों गंदगी एवं जलकुंभी पसरा हुआ है। स्थानीय लोग किसी तरह खुद से घाटों की सफाई कर छठ पर्व मनाते हैं। क्षेत्र में स्थित तालाब की चारों ओर गंदगी के कारण छठ व्रतियों को भारी परेशानी होती है। क्षेत्र के लोगों ने जल्द से तालाबों के घाटों की साफ-सफाई शुरू करने की मांग की है। ताकि श्रद्धालुओं को अर्घ्य देने में किसी प्रकार की कोई परेशानी हो।