भूमि विवाद को सुलझाने गई पुलिस का लोगों ने किया विरोध
-कोट दोनों पक्षों के बीच जमीन विवाद के कारण उत्पन्न स्थिति को देखते हुए शांति-व्यवस्था बनाए रख
-कोट
दोनों पक्षों के बीच जमीन विवाद के कारण उत्पन्न स्थिति को देखते हुए शांति-व्यवस्था बनाए रखने को ले पुलिस वहां बनी हुई थी। मामले में पुलिस विधिसम्मत कार्रवाई करेगी।
-विद्यासागर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी
सुपौल
फोटो फाइल नंबर-23एसयूपी-9,10
संवाद सूत्र, पिपरा(सुपौल): दो पक्षों के बीच चल रहे भूमि विवाद को सुलझाने गई पिपरा पुलिस को काफी फजीहत झेलनी पड़ी। इस दौरान लोगों ने सड़क को दोनों तरफ से घेर दिया। जिससे पुलिस वहां घंटों फंसी रही। सूचना पर पहुंचे डीएसपी एवं पिपरा थानाध्यक्ष के समझाने-बुझाने के बाद भी जब लोग नहीं माने। पिपरा विधायक के पहुंचने और दोनों पक्षों को समझाने के बाद मामला शांत हुआ। जिसके कारण पांच घंटे के बाद पुलिस वहां से निकल पाई। मामला थाना क्षेत्र स्थित कौशलपट्टी गांव का है। गांव निवासी विजेंद्र कुमार तथा प्रदीप कुमार यादव के बीच करीब बारह कट्ठा जमीन को ले वर्षो से विवाद चला आ रहा था। विवाद को बढ़ते देख पुलिस ने जमीन पर भादवि की धारा 107 की कार्रवाई करते हुए दोनों पक्षों को नोटिस तामिल करा कर शांति-व्यवस्था रखने की हिदायत दी थी। इधर शुक्रवार की रात्रि प्रदीप यादव विवादित जमीन पर घर बना रहा था। जिसकी सूचना दूसरे पक्ष के लोगों ने पिपरा पुलिस को दी। सूचना पर करीब तीन बजे सुबह जब पिपरा पुलिस पहुंची तो दूसरे पक्ष के लोगों ने पुलिस पर घर तोड़ने को लेकर दबाव बनाने लगा। इनलोगों का कहना था कि जब पुलिस द्वारा रोक लगा दी गई थी तो फिर उनलोगों के द्वारा घर क्यों बनाया जाने लगा। पुलिस तत्क्षण कार्रवाई करें। इधर पुलिस विधिसमत कार्रवाई करने की बात कर रही थी। जो बात दूसरे पक्ष को नागवार लगा। जिस पर उन लोगों ने गांव की सड़क को दोनों तरफ से बाधित कर आवागमन को बाधित कर दिया। सूचना के बाद पहुंचे पिपरा थानाध्यक्ष, सीओ व सदर डीएसपी ने दोनों पक्षों को समझाने बुझाने का भरसक प्रयास किया। बावजूद लोग कुछ समझने को तैयार नहीं थे। जिसके बाद कुछ लोगों ने स्थानीय विधायक यदुवंश कुमार यादव को सूचना दी। जिसके बाद विधायक ने प्रशासन के सामने दोनों पक्ष के लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। तब करीब पांच घंटे के बाद पुलिस वहां से निकल पाई
कार्रवाई के बदले पंचायत करने में जुटी रही पुलिस
कौशलपट्टी गांव पहुंची पुलिस कार्रवाई करने के बदले पंचायत करने में मशगूल रही। जब विवादित जमीन पर 107 की कार्रवाई की गई। उसके बाद भी एक पक्ष द्वारा घर बनाया गया । बावजूद पुलिस द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही न कर पंचायत करना समझ से परे है। खास बात यह थी कि जिस जगह पर ग्रामीणों के साथ पुलिस व विधायक पंचायत कर रहे थे वहां शारीरिक दूरी का खुले तौर पर मजाक उड़ाया जा रहा था।