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जल-जीवन-हरियाली अभियान को धता करते हुए काटे जा रहे हरे-भरे वृक्ष

संवाद सूत्र सरायगढ़(सुपौल) पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए सरकार ने जल-जीवन-हरियाली

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Oct 2020 11:17 PM (IST)Updated: Wed, 14 Oct 2020 11:17 PM (IST)
जल-जीवन-हरियाली अभियान को धता करते हुए काटे जा रहे हरे-भरे वृक्ष
जल-जीवन-हरियाली अभियान को धता करते हुए काटे जा रहे हरे-भरे वृक्ष

संवाद सूत्र, सरायगढ़(सुपौल): पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए सरकार ने जल-जीवन-हरियाली अभियान शुरू कर रखी है। इस अभियान के तहत जगह-जगह पौधारोपण कराए जा रहे हैं। जिस पर भारी-भरकम राशि खर्च हो रही है। पर्यावरण पर किसी भी प्रकार का खतरा न पड़े कुछ वर्ष पूर्व ही आरा मिल के लिए लाइसेंस भी देना बंद कर दिया। जिले भर में जो भी आरा मिल को लाइसेंस निर्गत है उस पर भी निगरानी बढ़ा दी गई। लेकिन धीरे-धीरे उस आदेश को धता बताते हुए सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र सहित अन्य जगहों पर कई नए आरा मिल खोल दिए गए हैं।

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जानकारी अनुसार प्रखंड क्षेत्र के छिटही हनुमाननगर वार्ड नंबर 12 में सहरसा उप शाखा नहर के ठीक बगल में आरा मिल चल रहा है जहां प्रतिदिन भारी मात्रा में लकड़ी की चिराई होती है। स्थानीय लोगों ने अवैध रूप से चल रहे आरा मिल के मालिक पर सरकारी लकड़ी के चिराई का आरोप लगाते कहा कि आरा मिल के चलते आसपास के कई हरे वृक्षों की कटाई हो चुकी है। लोगों का कहना था कि जब से आरा मिल स्थापित किया गया तब से हरे वृक्षों की कटाई शुरू हो गई है और यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में इलाके में वृक्ष नहीं दिखाई देंगे। उसी तरह नेशनल हाईवे के बगल में पिपराखुर्द गांव में एक ही जगह 4 आरा मिल चल रहे हैं जिसमें से एक के भी पास लाइसेंस नहीं है। उधर कल्याणपुर नारायणपुर, मुरली, लालगंज, कुसहा, महीपट्टी में भी जगह-जगह आरा मिल चल रहा है और उसमें धड़ल्ले से लकड़ी की चिराई हो रही है। पूछे जाने पर छिटहीहनुमान नगर के आरा मिल मालिक जगदेव शर्मा ने बताया वन विभाग के अधिकारियों के मौखिक सहमति से मिल का संचालन कर रहे हैं। बताया कि इसके लिए उन सबों को हर माह के 5 तारीख को विभागीय कार्यालय में पहुंचना पड़ता है। उधर पिपराखुर्द, कल्याणपुर, महीपट्टी, कुसहा, नारायणपुर आदि जगहों पर आरा मिल चला रहे लोगों ने बताया कि वह सब भी विभागीय अधिकारियों के मौखिक आदेश पर ही मिल चला रहे हैं। यह पूछने पर कि बिना लाइसेंस के मिल चलाने पर विभागीय पदाधिकारी आखिर कार्यवाही क्यों नहीं करते तो आरा मिल मालिक चुप्पी साध गए। जानकारी अनुसार सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड क्षेत्र में मात्र रामनारायण आरा मिल को लाइसेंस प्राप्त है। बाकी सभी आरा मिल का संचालन बिना लाइसेंस का ही हो रहा है।


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