खसरा-रुबेला टीकाकरण अभियान को ले दिशा-निर्देश
सुपौल। खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान की सफलता को लेकर कार्यालय वेश्म में एसडीओ नीरज नाराय
सुपौल। खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान की सफलता को लेकर कार्यालय वेश्म में एसडीओ नीरज नारायण पांडे की अध्यक्षता में शनिवार को एक बैठक संपन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए एसडीओ ने कहा कि खसरा व रूबेला एक गम्भीर रोग है। जिसकी रोकथाम के लिए बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें 9 माह से 15 वर्ष तक के शत-प्रतिशत लक्षित बच्चों का टीकाकरण किया जाना है। अभियान की सफलता को लेकर पंचायत स्तर पर जनप्रतिनिधियों, विद्यालय के प्रधान शिक्षक एवं नागरिकों की बैठक तिथिवार आयोजित की जाएगी। जनहित एवं राज्यहित में टीकाकरण अभियान में सहयोग करना नैतिक एवं समाजिक धर्म बनता है। पंचायत के एक भी लक्षित बच्चे टीकारण से वंचित नहीं रह पाएं। इसके लिए जनप्रतिनिधियों की सहभागिता महत्वपूर्ण है। यूनिसेफ के स्टेट मोबिलाइजर अनुपमा चौधरी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि खसरा व रूबेला रोग की रोगथाम टीकाकरण के माध्यम से किया जाना है। जो अभियान 3 सप्ताह तक चलाया जाना है ,जिसमें कार्य योजना के अनुसार पहले सप्ताह में सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों एवं मदरसों जहां पर 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चे पढ़ते हैं उनका टीकाकरण किया जाएगा। दूसरे एवं तीसरे सप्ताह के दौरान यह कार्यक्रम आंगनवाड़ी केंद्रों एवं अन्य सत्र स्थल जैसे ईट भट्ठा एवं खानाबदोश आदि स्थलों पर चलाया जाएगा। बैठक को संबोधित करते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र निर्मली के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राम प्रसाद मेहता ने कहा कि भारत के अन्य राज्यों में 15 वर्ष तक के करोड़ों बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है। इस टीकाकरण से किसी तरह का प्रतिकूल प्रभाव बच्चों पर नहीं हुआ है यह टीका पूर्णत: सुरक्षित है। बैठक में प्रखंड प्रमुख रामप्रवेश कुमार यादव, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी परमानंद यादव, प्रभारी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी नमीता कुमारी, स्वास्थ्य प्रबंधक आदित्य कुमार, मुखिया रविन्द्र कामत व विजय कुमार ¨सह आदि उपस्थित थे।