प्रयागराज की स्वच्छता को गांव में उतार रहे अकबर
सुपौल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को पूरा करने के लिए छातापुर प्रखंड क्षे˜
सुपौल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को पूरा करने के लिए छातापुर प्रखंड क्षेत्र के लक्ष्मीनियां निवासी अकबर अपने गांव में शिद्दत के साथ जुटे हुए हैं। स्वच्छता की यह परिकल्पना उनके मन में इलाहाबाद में आई जहां वे रिक्शा चलाते थे। ये दस वर्षो से अपने इस अभियान में जुटे हैं। अपने घर से शुरू हुआ इनका यह अभियान पूरे गांव का बन चुका है। गांव के लोगों का भी इन्हें सहयोग मिल रहा है।
अकबर अली सम्मो बचपन में गरीबी के कारण इलाहाबाद चले गए जहां ये रिक्शा चलाते थे। वहां पार्कों व अन्य जगहों पर स्वच्छता देखकर उन्हें लगता था कि उनके गांव में ऐसा क्यों नहीं है। वे कल्पना करते कि काश वे अपने गांव को भी ऐसा ही बना पाते। समय बीता और वे अपने घर आ गए। यहां जीविकोपार्जन के लिए दुकान खोल ली। दुकान तो चलाते थे लेकिन प्रयागराज की स्वच्छता जो उन्होंने वहां देखी थी वह फिल्म की भांति इनके मानस पटल पर चलती रहती थी। फिर इन्होंने इसकी शुरुआत अपने घर से की। अपने घर-आंगन और दरवाजे को उन्होंने सुसज्जित करना शुरू किया। प्रयास रंग लाया और लोग इनकी तारीफ करने लगे। इससे हौसला बढ़ा तो आस-पड़ोस के लोगों को इसके लिए प्रेरित करने लगे। इसके साथ ही अपने घर के आगे की सड़क को सुजाने-संवारने में जुट गए। एक सौ मीटर से ज्यादा लंबी सड़क को खूबसूरत बनाया। सफाई करने के साथ लोगों को जागरूक करने उनका यह अभियान दस वर्षों से चल रहा है। इस दौरान लोगों का सहयोग मिलता गया और अब उनके साथ एक सौ ज्यादा लोग हैं।
अकबर कहते हैं कि स्वच्छता में ही ईश्वर निवास करते हैं इसलिए मंदिर और मस्जिद की सफाई की जाती है। स्वच्छता से हम कई बीमारियों से बच सकते हैं। कहते हैं मनुष्य के लिए भोजन जितना आवश्यक है उतनी ही आवश्यकता सफाई की भी है। कहा कि जब प्रधानमंत्री ने स्वच्छता मिशन चलाया तो लगा कि उन्हें भी इससे कदम से कदम से कदम मिलकर चलना चाहिए। उन्होंने घर-घर शौचालय निर्माण की तारीफ करते हुए कहा कि लोगों को पॉलीथिन का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए और सरकार को इसके प्रतिबंध का सख्ती से पालन कराना चाहिए।