जिदगी की जंग हार गए डॉ.महेन्द्र, कोरोना से हुई मौत
सुपौल। कोरोना से सुपौल के एक चिकित्सक की मौत हो गई। ये चिकित्सक कोई और नहीं बल्कि सदर
सुपौल। कोरोना से सुपौल के एक चिकित्सक की मौत हो गई। ये चिकित्सक कोई और नहीं बल्कि सदर अस्पताल में वर्षों तक सेवा देने वाले डॉ.महेन्द्र चौधरी थे। वे कोरोना पॉजेटिव थे और उनका इलाज एम्स में चल रहा था। लगभग एक सप्ताह के इलाज के बाद शुक्रवार की सुबह वे जिदगी की जंग हार गये और उनकी मौत हो गई। सुपौल जिले में कोरोना से हुई मौत का यह पहला मामला सामने आया है। उक्त मौत की पुष्टि करते हुए सिविल सर्जन डॉ. केएम प्रसाद ने बताया कि डॉ. महेन्द्र चौधरी की जांच यहां पर पॉजिटिव पाई गई थी। उनकी स्थिति काफी गंभीर थी। उनको यहां से रेफर किया गया। गाइड लाइन के अनुसार उन्हें डीएमसीएच जाना था, उनके परिजनों के अनुरोध को देखते हुए उनको एम्स भेजा गया। एम्स में उनका इलाज चल रहा था और आज सुबह सूचना मिली है कि उनकी मृत्यु हो गई है।
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हड्डी रोग विशेषज्ञ थे डॉ. चौधरी
डॉ. महेन्द्र चौधरी हड्डी रोग विशेषज्ञ थे और सुपौल नगर परिषद के वार्ड नं.-25 के एक मोहल्ले में उनका आवास व क्लीनिक है। जिस मोहल्ले में उनका आवास व क्लीनिक है उसमें एक साथ नौ व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव होने की बात सामने आई थी। जिसके बाद प्रशासन ने 5 जुलाई को उस मोहल्ले को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया जो अब तक कंटेनमेंट जोन बना हुआ है। डॉ.महेन्द्र चौधरी की जब तबीयत बिगड़ी तो उनकी जांच करवाई गई। जांच में वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए। उसके बाद 18 जुलाई को इलाज के लिए उन्हें पटना एम्स भेज दिया गया जहां वे आइसीयू में भर्ती थे। वर्तमान में वे अरवल जिले में पदस्थापित थे। उनकी मौत से उन्हें जानने वाले लोग काफी मर्माहत हैं।