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पांच साल यह हाल : मेला ग्राउंड सड़क की जर्जरता नहीं हो सकी खत्म

-विकास के नाम पर वोट मांगने वाले नेताओं को उनके क्षेत्र के लोग वोट की चोट से जवाब देने के

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 06:06 PM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 06:06 PM (IST)
पांच साल यह हाल : मेला ग्राउंड सड़क की जर्जरता नहीं हो सकी खत्म
पांच साल यह हाल : मेला ग्राउंड सड़क की जर्जरता नहीं हो सकी खत्म

-विकास के नाम पर वोट मांगने वाले नेताओं को उनके क्षेत्र के लोग वोट की चोट से जवाब देने के लिए बेताब हैं

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संवाद सूत्र, त्रिवेणीगंज (सुपौल) : विकास के नाम पर वोट मांगने वाले नेताओं को उनके क्षेत्र के लोग वोट की चोट से जवाब देने के लिए बेताब हैं। इसके कई कारण हैं। त्रिवेणीगंज प्रखंड मुख्यालय के मुख्य बा•ार में सड़क की जर्जरता नेताओं के खोखले विकास के दावों की हकीकत बयां करती न•ार आ रही है। बा•ार क्षेत्र के बैंक चौक से मेला ग्राउंड जाने वाली सड़क की जर्जरता पांच वर्षों में भी सु²ढ़ नहीं हो पाई है। यह सड़क त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के दर्जनों गांवों समेत सुपौल औऱ मधेपुरा जिले को जोड़ती है। इन सब के बावजूद इसकी मरम्मत नहीं हो पाई है। लोग भी इसे चुनावी मुद्दा बनाने में जुटे हैं।

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कहते हैं वोटर फोटो फाइल नंबर-16एसयूपी-13

पुराना बैंक चौक के मेला ग्राउंड रोड की ओर जाने वाली सड़क जर्जर हाल में है। इसकी वजह से राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

संजय कुमार गुप्ता -------------------------------------

फोटो फाइल नंबर-16एसयूपी-14

इस सड़क पर अनूप लाल यादव महाविद्यालय अवस्थित है जिससे छात्र-छात्रा का आना-जाना लगा रहता है। कई गांव के लोगों का आने जाने का यह रास्ता है। नाले के पानी से सड़क खराब होने के कारण लोगों को परेशानी होती है।

राज लक्की -------------------------------------

फोटो फाइल नंबर-16एसयूपी-15

नाला की सफाई नहीं होने के कारण यह समस्या विकराल होने लगी है। मेला ग्राउंड सड़क की समस्या के कारण लोगों का घर से निकलना भी दूभर हो गया है। ईंट सोलिग पर गोबर व कीचड़ के कारण लोगों को परेशानी होती है।

मौसम सोना -------------------------------------------

फोटो फाइल नंबर-16एसयूपी-16

कई दशक गुजर जाने के बाद भी अब तक कोई भी जनप्रतिनिधि इस समस्या को समाप्त करने की पहल नहीं की है। चुनाव में हर जनप्रतिनिधियों को इस मोहल्ले से वोट मिलता है। बावजूद हमलोगों के विकास के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है। बारिश में इसकी स्थिति इस कदर खराब हो जाती है कि कोई भी वाहन आ-जा नहीं पाता है।

किशन प्यारे -------------------------------------

फोटो फाइल नंबर-16एसयूपी-17

बरसात के मौसम में इस रास्ते से वाहनों के साथ राहगीरों का निकलना भी दूभर हो जाता है लेकिन प्रशासन इस गंभीर समस्या से निजात दिलाने की दिशा में कोई कदम नहीं बढ़ा रहा है। सड़क पर पानी व कीचड़ भरे होने के साथ गड्ढ़ों के कारण लोगों को मुसीबत उठानी पड़ती है।

राजेश कुमार गुप्ता


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