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राघोपुर में झंडोत्तोलन पर रुका विवाद, प्रमुख फहराएंगे झंडा

गणतंत्र दिवस के मौकेपर झंडोत्तोलन के लिए बीडीओ व प्रमुख में वर्चस्व की लड़ाई का पटाक्षेप मंगलवार हो गया। अब प्रखंड मुख्यालय परिसर में झंडोत्तोलन बीडीओ विनीत कुमार सिन्हा नहीं प्रखंड प्रमुख मु. फिदा हुसैन करेंगे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Jan 2022 06:28 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jan 2022 06:28 PM (IST)
राघोपुर में झंडोत्तोलन पर रुका विवाद, प्रमुख फहराएंगे झंडा
राघोपुर में झंडोत्तोलन पर रुका विवाद, प्रमुख फहराएंगे झंडा

संवाद सूत्र, राघोपुर (सुपौल)। गणतंत्र दिवस के मौकेपर झंडोत्तोलन के लिए बीडीओ व प्रमुख में वर्चस्व की लड़ाई का पटाक्षेप मंगलवार हो गया। अब प्रखंड मुख्यालय परिसर में झंडोत्तोलन बीडीओ विनीत कुमार सिन्हा नहीं प्रखंड प्रमुख मु. फिदा हुसैन करेंगे।

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दरअसल सोमवार को बीडीओ की अध्यक्षता में आयोजित हुई झंडा समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी के अवसर पर प्रखंड मुख्यालय परिसर में बीडीओ एवं पंचायत समिति सदस्य कार्यालय में प्रखंड प्रमुख झंडे को सलामी देंगे। जबकि प्रखंड प्रमुख मु हुसैन अपने को इस निर्णय से अनभिज्ञ बताया। प्रमुख का कहना था कि आयोजित मीटिग में ऐसा कोई प्रस्ताव पारित नहीं हुआ है। उन्हें तो इस बात की जानकारी तब मिली जब बैठक में लिए प्रस्ताव एवं विभिन्न सरकारी ,गैर सरकारी कार्यालय के झंडोत्तोलन कार्य के समय सारणी की सूची उन्हें उपलब्ध हुई। प्रमुख ने कहा कि बैठक में उपस्थित सदस्य सहित वे खुद हस्ताक्षर जरूर किये थे । लेकिन उस समय प्रस्ताव नहीं लिखा गया था। वहीं बीडीओ का कहना था कि बैठक में लिए निर्णय के आधार पर ही प्रस्ताव लिया गया। जिसे लेकर दोनों के बीच तकरार हो गया। मामले को लेकर प्रमुख ने बीडीओ से कहा कि ऐसा पहली बार होगा जब प्रखंड प्रमुख प्रखंड कार्यालय से हटकर अन्य जगह झंडोत्तोलन करेंगे। अगर सरकार का ऐसा गाइडलाइन आया है तो उन्हें दिखावें अन्यथा अपने फैसले को वापस लें। प्रखंड प्रमुख इतना तक ही नही रुके वे मामले की जानकारी अनुमंडल पदाधिकारी के संज्ञान में दिया। जिनकी पहल पर मंगलवार को बीडीओ ने पूर्व में लिए गए प्रस्ताव को निरस्त कर पुन: प्रखंड कार्यालय में प्रखंड प्रमुख को झंडोत्तोलन करने का प्रस्ताव पारित किया। इस बाबत बीडीओ ने कहा कि पूर्व में लिए गए निर्णय नियम के आलोक में था । इस कार्य में वर्चस्व की बात अशोभनीय प्रतीत होती है नतीजतन प्रस्ताव बदलना ही उचित लगा।


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