गिदराही माता की महिमा अपरंपार, दूर-दराज से आते हैं श्रद्धालु
संवाद सूत्र मरौना (सुपौल) निर्मली अनुमंडल से 20 किलोमीटर दक्षिण तथा कोसी नदी से पांच सौ मीटर
संवाद सूत्र, मरौना (सुपौल): निर्मली अनुमंडल से 20 किलोमीटर दक्षिण तथा कोसी नदी से पांच सौ मीटर पश्चिम हड़री पंचायत के आदर्श मध्य विद्यालय परिसर अवस्थित गिदराही-झिगवा की प्रसिद्ध मां दुर्गा की महिमा अपरंपार है। कहते हैं कि यहां पर सच्चे दिल से मांगी गई हर मन्नतें पूरी होती है। यहां मां के आशीर्वाद से स्थानीय पूर्व पैक्स अध्यक्ष राधे प्रसाद यादव के बड़े पुत्र वायु सेना में कार्यरत राज कुमार यादव द्वारा स्थायी प्रतिमा स्थापित करवाई गई है। यहां माता के दरबार में सप्तमी, अष्टमी व नवमी के दिन श्रद्धालुओं की भीड़ मन्नत मांगने के लिए लगती है। भक्त घंटों मां के समक्ष हाथ जोड़ अपनी मनोकामना पूरी होने के लिए विनती करते हैं। 1962 में यहां झोपड़ी में माता की पूजा आराधना शुरू की गई थी लेकिन उसके बाद पूर्व मुखिया स्व. राम प्रसाद यादव के द्वारा पूजा व मेला का आयोजन धूमधाम से शुरू किया गया था। तब से आज तक यहां पूजा व मेला का आयोजन होता आ रहा है। इस आयोजन में गिदराही व झिगवा के ग्रामीणों का योगदान रहता है। श्रद्धालुओं की भीड़ मां की शक्ति और विश्वास का गवाह है। यहां प्रत्येक वर्ष मां की पूजा के साथ-साथ रामायण पाठ भक्तों द्वारा किया जाता है। मेला समिति या फिर मनोकामना पूर्ण होने वाले श्रद्धालु द्वारा रामायण पाठ पर बैठने वाले भक्त को नया वस्त्र दिये जाने की परंपरा है। समिति के अध्यक्ष रामदेव यादव ने बताया कि 58 वर्षो से पूजा व मेला का आयोजन किया जा रहा है। इस बार कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जा रहा है। सदस्य ललित कुमार समेत अन्य ने बताया कि भीड़ को देखते हुए श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग लाइन की व्यवस्था की गई है।