दो दिवसीय कृषि यांत्रीकरण मेला का किया गया आयोजन
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के तत्वाधान में आयोजित इंटरमीडिएट परीक्षा के पांचवें दिन शुक्रवार को जिले के सभी 25 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हो गई। परीक्षा के प्रथम पाली में 4395 परीक्षार्थी परीक्षा में उपस्थित हुए जबकि 137 परीक्षार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे। प्रथम पाली की परीक्षा में टेन प्लस टू एसएस स्कूल सुखपुर से एक फर्जी परीक्षार्थी को हिरासत में लिया गया। जबकि वह जिसके बदले परीक्षा दे रहा था उस परीक्षार्थी को परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया। वहीं दूसरी पाली में 63
सुपौल। जिला कृषि विभाग के द्वारा अनुमंडल मुख्यालय स्थित कृषि कार्यालय परिसर में शुक्रवार को चालू वित्तीय वर्ष का पहला दो दिवसीय कृषि यांत्रीकरण मेला का शुभारंभ किया गया। मेले का उद्घाटन अनुमंडल पदाधिकारी विनय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया। मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि किसानों को कृषि यंत्रों से होने वाले लाभ तथा कृषि संबंधित योजनाओं के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किसानों को कृषि के लिए नई तकनीक की जरूरत है। सरकार द्वारा चलाए गए कृषि संबंधित योजनाओं से लाभ लेकर किसान आत्मनिर्भर बन सकते हैं। वहीं मेला में सैकड़ों की संख्या में कृषि यंत्र विक्रेताओं ने भाग लिया। इस दौरान कृषि समन्वयक विरेंद्र कुमार ने उपस्थित किसानों से मेला के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य सरकार ने किसानों तक सुगमता पूर्वक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य किसान मेला को प्रत्येक अनुमंडल स्तर पर आयोजन करने का निर्णय लिया है। ताकि किसान को कृषि यंत्र एवं खेती से संबंधित अन्य सामग्री खरीदने के लिए घर से ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा। किसानों को कृषि संबंधी यंत्रों यथा पंप सेट, थ्रेसर, पावर टीलर, इलेक्ट्रिक मोटर खरीदने के लिए मेले में 10 स्टॉल लगाए गए हैं। इस दौरान सहायक कृषि तकनीकी प्रबंधक पंकज कुमार ने कहा कि कृषि में यांत्रीकरण के साथ मसरूम एक लाभकारी फसल है। इससे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों को संतुलित रखा जा सकता है। उनके द्वारा विशेष चर्चा करते हुए बताया कि किसानों को आय दोगुनी करने के लिए स्ट्रॉबेरी जैसी फसल लगानी चाहिए। जिससे किसान खेती कर अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकें। मौके पर तिलकेश्वर यादव, दीपक कुमार, विक्रम यादव, राजेंद्र कुमार यादव, मनोज कुमार रंजन, सरवन कुमार, अमित कुमार, रामकृष्ण यादव, बालेश्वर प्रसाद यादव, पवन कुमार, विमल यादव, सुनील कुमार समेत किसान मौजूद थे।