राज्य संघर्ष समिति के आह्वान पर 17 से स्कूल बंद रखेंगे शिक्षक
बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के क्रियान्वयन में उपलब्धियों के आधार पर माह जनवरी 2020 के लिए जिलों की रैंकिग निर्धारित की गई है। बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी ने बुधवार को बिहार के 3
सुपौल। मध्य विद्यालय भपटियाही के प्रांगण में शुक्रवार को बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ प्रखंड इकाई सरायगढ़-भपटियाही की बैठक सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में हुई। बैठक में बोलते हुए संघ के प्रखंड सचिव अशोक कुमार ने कहा कि राज्य संघर्ष समिति ने 17 फरवरी से शिक्षकों से अपने-अपने विद्यालय को पूर्ण रूप से बंद रखने का निर्देश जारी किया है। शिक्षक अपने विभिन्न मांगों के समर्थन में उक्त तिथि से अपने-अपने विद्यालयों को बंद रखेंगे। बैठक में प्रखंड सचिव ने कहा कि अब तक 400 से अधिक नियोजित शिक्षकों ने राज्य संघर्ष समिति के इस फैसले पर सहमति दे दी है। प्रखंड सचिव ने कहा कि हम सभी शिक्षक राज्य कमेटी के निर्णय को पूरी तरह लागू करें इसी के लिए बैठक की गई है। बैठक में बोलते हुए राज्य प्रतिनिधि रामरतन मंडल, उपाध्यक्ष मु. यूसुफ अली, संयुक्त सचिव मु. रउफ, प्रखंड संयोजक रूमा कुमारी, जिला प्रतिनिधि दिलीप कुमार, देवनारायण रंजन, मु. अब्दुल्लाह आदि ने भी राज्य संघर्ष समिति के निर्णय को सभी शिक्षकों को पूरी तरह सफल बनाने का आह्वान किया। बैठक में शिक्षिका सरिता कुमारी, शैराना खातून, रेशमा कुमारी, रंजना कुमारी, मु. सज्जाद आलम, महेंद्र प्रसाद, रविद्र कुमार, उमेश कुमार, राम कुमार मेहता, राजेश कुमार, अरविद कुमार, प्रमोद मुखिया, नवीन कुमार, रामकुमार, राजकुमार, विनोद कुमार, फुलेश्वर, नरेश निराला, अर्जुन कुमार मांझी, राजकिशोर, जय नारायण यादव, अखिलेश कुमार, दुर्गी लाल मंडल, उमेश कुमार, विजेंद्र मंडल, पंकज कुमार, कमल कुमार, मु. सद्दाम हुसैन, गुलरेज आलम, देवेश कुमार आदि ने अपने विचारों को रखते हुए नियोजित शिक्षकों द्वारा जारी संघर्ष को पूरी तरह से मुकाम तक ले जाने पर बल दिया। बैठक में सर्वसम्मति से घोषणा की गई कि किसी भी परिस्थिति में शिक्षक 17 फरवरी से विद्यालय का संचालन नहीं करेंगे।