परिभ्रमण पर जाने से बच्चों का बढ़ता है सामान्य ज्ञान
पहले जब मनोरंजन के साधन कम थे और उनका विकास नहीं हुआ था तब नाटक के माध्यम से ही लोग मनोरंजन किया करते थे। गांव की चौपालों पर नाट्य कला परिषदों की धमक होती थी। गांव के लोग इकट्ठे होते थे और होता था तरह-तरह के नाटकों का मंचन। कभी नाटक के माध्यम से राजा हरिश्चन्द्र की कहानी से लोगों को अवगत कराया जाता था। तो कभी नाटक के माध्यम से लैला-मजनू सोनी महिवाल हीर-रांझा शीरी-फरहाद के किस्से का चित्रण होता था।
सुपौल : मुख्यमंत्री बिहार दर्शन योजना के तहत नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर 16 स्थित मध्य विद्यालय, खरैल पुनर्वास के 50 बच्चों के जत्था को शैक्षणिक भ्रमण के लिए रवाना किया गया। बच्चों के जत्था को संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए विद्यालय प्रधान विजय कुमार गुप्ता तथा विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष गंगाराम यादव ने कहा कि सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना से स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों में शैक्षणिक और मानसिक दोनों विकास होता है। जिन चीजों को बच्चे किताबों में पढ़कर स्मरण में नहीं रख पाते हैं उन्हें भ्रमण के दौरान देखकर उन चीजों को वह अपने अंदर सहेज लेते हैं। कहा कि इस योजना से न सिर्फ बच्चों में पढ़ाई के प्रति ललक जगती है, बल्कि धार्मिक स्थलों के दर्शन से उनका मनोभाव भी धार्मिकता की ओर झुकता है। जिससे उनके अंदर बुराइयों का नाश हो जाता है। खासकर सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले ऐसे बच्चे जिनके अभिभावकों की माली हालत ठीक नहीं रहने के कारण वे बच्चों को भ्रमण नहीं करा पाते हैं। वैसे बच्चे भी इस योजना के माध्यम से ऐतिहासिक एवं दर्शनीय धरोहर को देखकर वे कुंठित होने से बच जाते हैं। बताया कि बच्चों के भ्रमण दल को लक्ष्मीनाथ गोसाई कुटी, उग्रतारा स्थान, मत्स्यगंधा तथा कारू खिरहर स्थानों का दर्शन करा कर इन सभी के ऐतिहासिक महत्व को शिक्षकों द्वारा बच्चों को बतलाया जाएगा। मौके पर अमरेंद्र राम, विनय कुमार झा, जगदीश पासवान, जरीना खातून, रतन कुमारी, रेखा कुमारी, उषा कुमारी, रश्मि कुमारी, जयकिशोर कुमार, राजीव रंजन भारती, विद्यापति झा समेत छात्र-छात्रा व अभिभावक उपस्थित थे।